Highlights
- 2020-21 में देश की वृद्धि दर में 7.3 प्रतिशत की गिरावट आई थी
- अमेरिका ब्रोकरेज कंपनी ने कहा कि सरकार का पूंजीगत खर्च जारी रहेगा
- रिपोर्ट में कहा गया कि अगले वित्त वर्ष में वृद्धि दर और बेहतर रहेगी
मुंबई। देश की सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) की वृद्धि दर चालू वित्त वर्ष 2021-22 में 8.5 प्रतिशत रहेगी और अगले वित्त वर्ष 2022-23 में यह और बढ़कर 9.8 प्रतिशत पर पहुंच जाएगी। विदेशी ब्रोकरेज कंपनी गोल्डमैन सैक्श ने यह अनुमान लगाया है। बीते वित्त वर्ष 2020-21 में देश की वृद्धि दर में 7.3 प्रतिशत की गिरावट आई थी। कमजोर तुलनात्मक आधार की वजह से चालू वित्त वर्ष में वृद्धि दर ऊंची रहने का अनुमान लगाया जा रहा है।
गोल्डमैन सैक्श की मंगलवार को जारी रिपोर्ट में कहा गया है कि अगले साल वृद्धि में प्रमुख योगदान उपभोग का रहेगा। ‘‘उस समय टीकाकरण की दिशा में उल्लेखनीय प्रगति से अर्थव्यवस्था पूरी तरह खुल जाएगी।’’ अमेरिका ब्रोकरेज कंपनी ने कहा कि सरकार का पूंजीगत खर्च जारी रहेगा। रिपोर्ट में कहा गया कि अगले वित्त वर्ष में वृद्धि दर और बेहतर रहेगी। कमजोर तुलनात्मक आधार प्रभाव समाप्त होने के बाद वृद्धि दर अधिक बेहतर रहने का अनुमान बहुत कम विश्लेषकों ने लगाया है।
इससे पहले दिन में ब्रिटेन की ब्रोकरेज कंपनी बार्कले ने कहा था कि चालू वित्त वर्ष में वृद्धि दर 10 प्रतिशत रहेगी, जबकि अगले वित्त वर्ष में यह घटकर 7.8 प्रतिशत रह जाएगी।