नई दिल्ली। रिटेल क्षेत्र के दिग्गज फ्यूचर ग्रुप, जो बिग बाजार, ब्रांड फैक्टरी और सेंट्रल जैसे फैशन रिटेल चेन का परिचालन करता है, वित्त वर्ष 2018-19 तक सालाना करीब 35 करोड़ परिधानों की बिक्री करने के साथ दुनिया की टॉप-10 फैशन कंपनियों में शामिल हो जाएगी। यह बात बुधवार को ग्रुप के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) किशोर बियानी ने कही।
कंपनी ने नागपुर में 30 करोड़ से अधिक परिधान क्षमता वाले एकीकृत गोदाम (वेयरहाउस) का निर्माण किया है। कंपनी फैशन को लेकर जागरुक ग्राहकों की ओर से बढ़ती मांग और जीवनशैली तथा फैशन के लिए उपभोक्ताओं की रुचि पर बड़ा दांव लगाने की तैयारी में है। बियानी ने कहा कि अगले वित्त वर्ष तक कंपनी की फैशन इकाइयों का कुल राजस्व 3 से 3.5 अरब डॉलर (करीब 20,000 करोड़ रुपए) हो जाएगा। हालांकि, उन्होंने अनुमानित लाभ के बारे में प्रतिक्रिया देने से मना कर दिया।
बियानी ने कहा कि वित्त वर्ष 2019 तक हम करीब 35 करोड़ परिधानों का विनिर्माण करके दुनिया की शीर्ष दस फैशन कंपनियों में शामिल हो जाएंगे। उन्होंने कहा कि गौर करने वाली बात यह है कि हम सिर्फ भारत में परिचालन करते हैं, जबकि अन्य कंपनियों की मौजूदगी दुनिया के दूसरे देशों में भी है। कंपनी अपने ब्रांडों के साथ ही जॉन मिलर, डीजेएंडसी, कॉनवर्स, क्लार्क्स, अर्बन योगा, बेयर, इंडिगो नेशन समेत अन्य ब्रांडों की बिक्री करती है।
बियानी ने नाम लिए बगैर कहा कि दुनिया की सबसे बड़ी फैशन कंपनी की सालाना क्षमता 120 करोड़ वस्त्रों की है और फ्यूचर समूह की क्षमता 35 करोड़ होगी। उन्होंने आगे कहा कि कंपनी को पूरी क्षमता से परिचालन शुरू होने के बाद फैशन श्रेणी से 3 से 3.5 अरब डॉलर का राजस्व प्राप्त होने की उम्मीद है। उल्लेखनीय है कि जारा, एचएंडएम, नाइके, मासिमो दुत्ती, पुल एंड बियर समेत अन्य कंपनियां दुनिया की शीर्ष 10 फैशन खुदरा विक्रेताओं में शामिल हैं।