नई दिल्ली: केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने रविवार को कहा कि भारतीय अर्थव्यवस्था के सभी क्षेत्रों में उछाल देखा जा रहा है और देश वस्तुओं और सेवाओं के निर्यात के मामले में ऐतिहासिक ऊंचाई की ओर अग्रसर है। उन्होंने कहा, ‘‘भारत मार्च में समाप्त होने वाले वित्त वर्ष में 400 अरब डॉलर के वस्तुओं के निर्यात के लक्ष्य को हासिल कर लेगा।’’ उन्होंने कहा कि इसके अलावा हम 150 अरब डॉलर के सेवाओं के निर्यात को भी हासिल करेंगे। ‘‘ऐसे में हम वस्तुओं और सेवाओं के ऐतिहासिक निर्यात को हासिल करेंगे।’’
गोयल ने भारत अंतरराष्ट्रीय व्यापार मेले (आईआईटीएफ) का उद्घाटन करते हुए कहा कि देश में चालू वित्त वर्ष के पहले चार महीनों में 27 अरब डॉलर का रिकॉर्ड प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) आया है। यह पिछले साल की समान अवधि की तुलना में 62 प्रतिशत अधिक है। गोयल ने कहा कि आज दुनिया भारत को वैश्विक आपूर्ति श्रृंखला में एक भरोसेमंद भागीदार के रूप में देख रही है।
उन्होंने कहा कि लॉकडाउन के बावजूद भारत ने वैश्विक समुदाय को सेवाओं के समर्थन में कोई चूक नहीं की। उन्होंने कहा कि भारत सरकार दुनिया का सबसे बड़ा टीकाकरण अभियान चला रही है। अभी तक लोगों को टीके की 110 करोड़ खुराक दी जा चुकी हैं। उन्होंने कहा कि अगले साल भारत में टीके की 500 करोड़ खुराक का उत्पादन किया जाएगा। देश में पांच या छह टीकों का उत्पादन होगा।
गोयल ने कहा कि भारत दुनिया का उद्योग और सेवा केंद्र बन सकता है। उन्होंने कहा, ‘‘गुणवत्ता, प्रतिस्पर्धा और पैमाने के मामले में भारतीय उद्योग नई ऊंचाई पर पहुंच सकता है। आईआईटीएफ के जरिये हमें ‘स्थानीय को वैश्विक बनाओ’ और ‘दुनिया के लिए भारत में बनाओ’ के लक्ष्य को हासिल करने में मदद मिलेगी।