नई दिल्ली। पिछले साल सितंबर में रिटायर हुए RBI के गवर्नर रघुराम राजन ने केंद्र सरकार को 5 हजार और 10 हजार रुपए के नोट जारी करने का सुझाव दिया था। दरअसल राजन ने यह सुझाव देश में बढ़ती महंगाई से कम हुई 1 हजार रुपए के नोट की कीमत पर दिया था। इस बात का खुलासा RBI की ओर से लोक लेखा समिति को दी गई जानकारी से हुआ है।
राष्ट्रपति ने राजन के काम की प्रशंसा की, कहा बैंकों की स्थिति सुधारने को सही दिशा दी
पूर्व RBI गवर्नर रघुराम राजन ने दी थी सलाह
- सेंट्रल बैंक RBI के पूर्व गवर्नर रघुराम राजन ने अक्टूबर 2014 में मोदी सरकार को यह सलाह दी थी। उन्होंने सुझाव दिया था कि केंद्र सरकार को 5 हजार और 10 हजार रुपए के नोट जारी करने चाहिए। ताकि मंहगाई पर नियंत्रण पाया जा सके।
18 महीने बाद लिया गया फैसला
- 18 महीने बाद केंद्र सरकार ने मई, 2016 में RBI को बताया था कि वह 2 हजार रुपए के नए नोट लाने की तैयारी में है।
- जून में इन नोटों की छपाई के लिए प्रिंटिंग प्रेसों को निर्देश जारी किए गए थे।
- RBI की इस जानकारी से पता चलता है कि केंद्रीय बैंक और सरकार के बीच 8 नवंबर को की गई नोटबंदी से पहले किस स्तर पर और क्या बातचीत चल रही थी।
- मोदी सरकार ने 8 नवंबर, 2016 को 500 और 1000 रुपये के नोटों को बंद करने का ऐलान किया था।
वित्त मंत्री ने कहा
वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कहा कि सरकार ने इस सिफारिश को खारिज कर दिया था और वह रीप्लेसमेंट करंसी जल्द चाहती थी, इसलिए 2 हजार रुपए के नोट जारी करने का फैसला लिया गया।
- गौरतलब है कि नोटबंदी के शुरुआती दिनों में 2,000 रुपए से खरीददारी करने में भी खुल्ले की समस्या सामने आ रही थी। ऐसे में यदि 5,000 या 10,000 रुपये के नोट जारी किए जाते तो यह समस्या और बढ़ सकती थी।