पेरिस। फ्रांस में जनता के हिंसक विरोध के चलते प्रधानमंत्री एडवर्ड फिलिप मंगलवार को पेट्रोलियम ईंधन पर करों में प्रस्तावित की गई वृद्धि को वापस लेने की घोषणा कर सकते हैं। करों में यह वृद्धि एक जनवरी से लागू होनी है। सरकारी सूत्रों ने यह बात कही।
ईंधन कर वृद्धि के खिलाफ फ्रांस के लोग पीला कुर्ता (येलो वेस्ट) पहनकर आंदोलन कर रहे हैं और उनका आंदोलन हिंसक हो चुका है। सूत्रों ने कहा कि ईंधन कर वृद्धि को वापस लेने की घोषणा के साथ कुछ और उपाय भी किए जाएंगे, जिससे राष्ट्रव्यापी स्तर पर चल रहे प्रदर्शनों के सिलसिले को रोका जा सके।
फ्रांस में शुरू हुआ प्रदर्शनों का सिलसिला सड़कों पर संघर्ष में बदल गया। सप्ताहांत प्रदर्शन के दौरान पेरिस में जमकर तोड़फोड़ हुई। फ्रांस के प्रदूषण रोधी प्रयासों के वित्तपोषण के लिए ईंधन पर कर बढ़ाने की घोषणा की गई थी। इसके बाद पिछले महीने से यहां जमकर हिंसक आंदोलन का सिलसिला शुरू हो गया।
हालांकि, यह मामला ईंधन कीमतों में वृद्धि से शुरू हुआ था लेकिन जल्द ही यह राष्ट्रपति एमैनुअल मैक्रां के खिलाफ एक बड़े विरोध में बदल गया। राष्ट्रपति पर ऐसी नीतियां लागू करने का आरोप है, जिनकी वजह से कम आयवर्ग वाले परिवार प्रभावित हो रहे हैं।