नई दिल्ली। धोखाधड़ी से जूझ रही सीजी पावर एंड इंडस्ट्रियल सॉल्यूशंस को 5,000 करोड़ रुपए तक का कर्ज जुटाने की शेयरधारकों से मंजूरी मिल गई है। इस पूंजी का उपयोग रोजमर्रा के काम और कारोबार की दूसरी जरूरतों को पूरा करने में किया जाएगा।
सीजी पावर ने मंगलवार को शेयर बाजार को बताया कि 14 दिसंबर को कंपनी की सालाना आम बैठक में 99.99 प्रतिशत शेयरधारकों ने कर्ज जुटाने के प्रस्ताव के पक्ष में मतदान किया। शेयरधारकों ने सुधीर माथुर को कंपनी का पूर्णकालिक कार्यकारी निदेशक नियुक्त करने को भी मंजूरी दे दी है।
सीजी पावर में 3,000 करोड़ रुपए की कथित धोखाधड़ी सामने आने के बाद माथुर कंपनी के गैर-कार्यकारी चेयरमैन आशीष कुमार गुहा के साथ मिलकर कंपनी को दुरुस्त करने का कामकाज देख रहे हैं। शेयरधारकों ने कंपनी के निदेशक मंडल में नारायण के शेषाद्री को स्वतंत्र निदेशक के रूप में नियुक्त करने की भी मंजूरी दी है।
उल्लेखनीय है कि कंपनी के निदेशक मंडल ने 29 अगस्त को गौतम थापर को गैर-कार्यकारी चेयरमैन के पद से हटा दिया था। सीजी ग्रुप को 31 मार्च 2019 को समाप्त वर्ष के दौरान 652.38 करोड़ रुपए का घाटा हुआ। वर्तमान में उसकी मौजूदा देनदारी उसकी मौजूदा परिसंपत्तियों से 2,115.98 करोड़ रुपए अधिक है।