नई दिल्ली। विदेशी पोर्टफोलियो निवेशक (एफपीआई) जून माह में शुद्धरूप से खरीदार बने रहे और उन्होंने इस दौरान अब तक घरेलू पूंजी बाजार में 11,132 करोड़ रुपए डाले हैं। डिपॉजिटरी के आंकड़ों में यह जानकारी दी गई है।
आंकड़ों के अनुसार तीन से 14 जून के दौरान एफपीआई ने शेयरों में शुद्ध रूप से 1,517.12 करोड़ रुपए तथा ऋण या बांड बाजार में 9,615.64 करोड़ रुपए का निवेश किया है। ग्रो के मुख्य परिचालन अधिकारी (सीओओ) हर्ष जैन ने कहा कि भाजपा की अगुवाई वाली राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) सरकार के दोबारा सत्ता में आने के बाद बांड बाजार में प्रवाह मजबूत बना हुआ है। इसके अलावा डॉलर के मुकाबले रुपए में स्थिरता से ऋण खंड में प्रवाह बढ़ा है।
इससे पहले एफपीआई ने मई में भारतीय पूंजी बाजार (शेयर और बांड) में शुद्ध रूप से 9,031.15 करोड़ रुपए, अप्रैल में 16,093 करोड़ रुपए, मार्च में 45,981 करोड़ रुपए और फरवरी में 11,182 करोड़ रुपए का निवेश किया था।
जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेस के चीफ इनवेस्टमेंट रणनीतिकार वीके विजयकुमार का कहना है कि एफपीआई फरवरी से शुद्ध खरीदार बने हुए हैं और हाल ही में एनडीए को जोरदार बहुमत मिलने के बाद से एफपीआई प्रवाह में और वृद्धि आई है। उन्होंने कहा कि यदि अमेरिका और चीन के बीच व्यापार वार्ता सफल होती है तो दुनियाभर के बाजारों में तेजी आएगी।