नयी दिल्ली। अमेरिका और चीन के बीच पहले चरण के व्यापार समझौते पर हस्ताक्षर होने से उत्साहित विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (एफपीआई) ने जनवरी महीने में अब तक भारतीय पूंजी बाजार में 1,624 करोड़ रुपए का निवेश किया है। डिपॉजिटरी के आंकड़ों के अनुसार, एक जनवरी से 24 जनवरी के दौरान एफपीआई ने शेयरों में 13,304 करोड़ रुपए का निवेश किया, जबकि ऋणपत्रों या बांड से 11,680 करोड़ रुपए की निकासी की। इस तरह आलोच्य अवधि में भारतीय पूंजी बाजार में एफपीआई ने शुद्ध रूप से 1,624 करोड़ रुपए का निवेश किया।
मॉर्निंगस्टार इन्वेस्टमेंट एडवाइजर इंडिया के वरिष्ठ विश्लेषक प्रबंधक (शोध) हिमांशु श्रीवास्तव ने कहा, 'साल की सुस्त शुरुआत के बाद एफपीआई के निवेश में तेजी आयी और ज्यादातर निवेश अमेरिका-चीन के बीच व्यापार समझौते के पहले चरण पर हस्ताक्षर होने के बाद आया।' उन्होंने कहा कि अमेरिका और ईरान के बीच बढ़े भू-राजनीतिक तनाव तथा घरेलू आर्थिक वृद्धि दर के सुस्त पड़ने के बाद भी एफपीआई ने यह निवेश किया है।
ग्रो के सह-संस्थापक एवं मुख्य परिचालन अधिकारी हर्ष जैन ने कहा, 'घरेलू मोर्चे पर इस बात के संकेत मिल रहे हैं कि कारोबारी गतिविधियों में तेजी के साथ भारत आर्थिक सुस्ती से उबर रहा है और यह शेयरों में आते निवेश से दिख रहा है। बांड में एफपीआई के निवेश की सीमा बढ़ायी गयी है, इससे इस श्रेणी में अधिक एफपीआई निवेश आने का अनुमान है।' रिजर्व बैंक ने सरकारी तथा कॉरपोरेट बांड में एफपीआई के निवेश की सीमा बृहस्पतिवार को बढ़ा दी है।