नई दिल्ली। विदेशी निवेशकों ने ज्यादातर वस्तुओं के लिए जीएसटी दरों को अंतिम रूप दिए जाने व सामान्य मानसून के अनुमान के बीच बीते सात कारोबारी सत्रों में देश के पूंजी बाजार में लगभग दो अरब डॉलर का निवेश किया है।
इससे पहले फरवरी से मई तक चार महीनों में विदेशी निवेशकों ने भारत में 1.33 लाख करोड़ रुपए से अधिक का निवेश किया है। विश्लेषकों का कहना है कि विधानसभा चुनावों में भाजपा की जीत के बाद से उक्त मद में निवेश बढ़ा है। इससे पहले ऐसे निवेशकों ने जनवरी में बाजार से 3,496 करोड़ रुपए की निकासी की थी।
एफपीआई ने मई के कुछ शुरुआती दिनों में भारतीय शेयरों में बिकवाली की थी। लेकिन मई के दूसरे सप्ताह में उन्होंने दोबारा खरीद शुरू कर दी। इसके पीछे प्रमुख कारण यह है कि ऐसा अनुमान है कि सरकार 2019 के चुनाव में जाने के लिए अपने कार्यकाल के आखिरी दो सालों में विकास और आर्थिक सुधार को रफ्तार देगी।