नई दिल्ली। विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (एफपीआई) ने अगस्त में भारतीय शेयर बाजारों में अब तक 2,085 करोड़ रुपये का शुद्ध निवेश किया है। जुलाई में 11,308 करोड़ रुपये के शुद्ध आउटफ्लो के बाद एफपीआई ने वापसी की है। अगस्त में निवेश के साथ, 2021 में इक्विटी सेगमेंट में शुद्ध एफपीआई निवेश अब 51,121 करोड़ रुपये हो गया है।
डिपोजिटरी के आंकड़े के अनुसार विदेशी निवेशकों ने दो अगस्त से 13 अगस्त के दौरान शुद्ध रूप से 2,085 करोड़ रुपये की पूंजी डाली। इसी अवधि में उन्होंने बांड बाजार से शुद्ध रूप से 2,044 करोड़ रुपये निकाले। कोटक सिक्योरिटीज के कार्यकारी उपाध्यक्ष (इक्विटी तकनीकी शोध) श्रीकांत चौहान ने कहा कि अगस्त में पूंजी प्रवाह का श्रेय घरेलू बाजार में आर्थिक गतिविधियों में सुधार को जाता है। हालांकि वैश्विक स्तर पर कोविड-19 महामारी की तीसरी लहर को लेकर चिंता बनी हुई है।
बीते सप्ताह के अंत में शुक्रवार को भारतीय इक्विटी बाजार में बीएसई सेंसेक्स और निफ्टी 50 दोनों के साथ नेशनल स्टॉक एक्सचेंज में नई ऊंचाई को छूते हुए देखा गया। सप्ताह के दौरान सेंसेक्स ने इतिहास में पहली बार 55,000 का आंकड़ा पार किया। शुक्रवार को सेंसेक्स ने 55,487.79 अंक के अपने सर्वकालिक उच्च स्तर को छुआ। सप्ताह के दौरान व्यापक आर्थिक आंकड़ों में सुधार से निवेशकों की धारणा मजबूत हुई। जून के लिए औद्योगिक उत्पादन सूचकांक (आईआईपी) ने गुरुवार को एक साल पहले समान महीने के लिए (माइनस) 16.6 प्रतिशत की गिरावट से 13.6 प्रतिशत की वृद्धि दिखाई। इसके अलावा, राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय (एनएसओ) द्वारा प्रस्तुत आंकड़ों से पता चला है कि उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (सीपीआई) पिछले महीने जून में 6.26 प्रतिशत से गिरकर 5.59 प्रतिशत हो गया। विश्लेषकों का मानना है कि आने वाले समय में यह तेजी बनी रहेगी और विदेशी पोर्टफोलियो निवेश में भी और तेजी आने की संभावना है।