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भारतीय शेयर बाजार से घटा विदेशी निवेशकों का रुझान, इस साल FPI निवेश मात्र तीन अरब डॉलर

विदेशी निवेशकों का रुझान भारतीय शेयर बाजार के प्रति कम हुआ है। 2015 में देश में एफपीआई का निवेश घटकर तीन अरब डॉलर से नीचे रहा।

Surbhi Jain
Updated : December 15, 2015 11:03 IST
भारतीय शेयर बाजार से घटा विदेशी निवेशकों का रुझान, इस साल FPI निवेश मात्र तीन अरब डॉलर
भारतीय शेयर बाजार से घटा विदेशी निवेशकों का रुझान, इस साल FPI निवेश मात्र तीन अरब डॉलर

नई दिल्ली। सिक्युरिटीज मार्केट में निवेश करने वाले विदेशी निवेशकों का रुझान भारतीय शेयर बाजारों के प्रति कम हुआ है। वर्ष 2015 में देश में शुद्ध विदेशी पोर्टफोलियो निवेश (एफपीआई) का स्तर घटकर तीन अरब डॉलर से नीचे रहा। इससे पिछले तीन साल शेयर बाजारों में औसतन हर साल 20-20 अरब डॉलर का विदेशी पोर्टफोलियो निवेश हुआ था।

भारतीय शेयरों में विदेशी निवेश के लिहाज से 2011 के बाद यह साल सबसे फीका रहा। वर्ष 2011 में विदेशी संस्थागत निवेशक भारतीय शेयरों से शुद्ध रूप से 2,714 करोड़ रुपए की बिकवाली की थी। पर इस बार वे अब तक कुल मिला कर शुद्ध खरीदार बने हुए है, भले ही इसका स्तर कम हुआ है। साल खत्म होने में अभी कुछ दिन बाकी हैं पर मौजूदा रुझान से लगता है कि एफपीआई प्रवाह लगातार चौथे साल सकारात्मक बना रहे है।

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विश्लेषकों ने कहा कि वैश्विक नरमी और अमेरिकी फेडरल रिजर्व द्वारा ब्याज दर में बढ़ोतरी की आशंका से विदेशी निवेशकों ने भारत की जोखिमपूर्ण परिसंपत्तियों से निवेश निकाला जबकि प्रमुख आर्थिक सुधार कार्यक्रमों में देरी से भी भारतीय बाजार का आकर्षण कुछ कम हुआ।

निवेश योजना परामर्श इकाई मंच 5नांस डाट काम के संस्थापक एवं मुख्य कार्यकारी दिनेश रोहिरा ने कहा एफपीआई दोहरी वजहों से 2015 में निकासी करते रहे हैं, इसमें एक तो बाजारों में ठहराव का दौर और दूसरे अमेरिकी डालर में तेजी के कारण निवेश का घटना ।

इसी तरह का विचार व्यक्त करते हुए जियोजित बीएनपी पारिबा रिसर्च के प्रमुख एलेक्स मैथ्यू ने कहा एफपीआई निवेश में नरमी मुख्य तौर पर अमेरिकी फेडरल रिजर्व द्वारा ब्याज दर बढ़ाने और कंपनियों के तिमाही नतीजे नरम रहने जैसी आशंकाओं के कारण हुआ।

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