नई दिल्ली। भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के गवर्नर शक्तिकांत दास ने सोमवार को भारतीय उद्योग जगत को संबोधित करते हुए कहा कि माहौल अब भारतीय अर्थव्यवस्था के अनुकूल बन रहा है। उन्होंने कहा कि भारत को कृषि आय में सतत् वृद्धि वाली नीतियों की जरूरत है। कृषि क्षेत्र में हाल ही में हुए सुधारों से कई नए अवसर पैदा हुए हैं।
गवर्नर ने कहा कि भारत के लिए अमेरिका और अन्य देशों के साथ मुक्त व्यापार समझौतों की बातचीत जल्द पूरा करने पर ध्यान देने की इस समय बहुत अधिक जरूरत है। उन्होंने कहा कि बुनियादी सुविधाओं के क्षेत्र में काम-काज बढ़ाने से आर्थिक वृद्धि को बढ़ावा मिलेगा और सार्वजनिक एवं निजी क्षेत्र दोनों को इस क्षेत्र के विकास में प्रमुख भूमिका निभानी चाहिए।
शक्तिकांत दास ने कहा कि रिजर्व बैंक का मुद्रा की विनिमय दर के लिए कोई निर्धारित लक्ष्य नहीं है लेकिन अनावश्यक घटबढ़ पर हमारी नजर बनी हुई है। उन्होंने कहा कि बांड बाजार में नई गतिविधियां दिखाई दी हैं, पहली तिमाही में करीब एक लाख करोड़ रुपए के कॉरपोरेट बांड जारी किए गए हैं।
गवर्नर ने उद्योग जगत को आश्वस्त करते हुए कहा कि रिजर्व बैंक पूरी तरह से सजग है, जब भी कदम उठाने की जरूरत होगी उसमें कोताही नहीं बरती जाएगी। उन्होंने कहा कि बैंकों को सलाह दी गई है कि वह प्रतिकूल परिस्थितियों में दबाव सहने की क्षमता का परीक्षण करें और चुनौतियों का मुकाबला करने के लिए पूंजी जुटाएं।