नई दिल्ली। दवा कंपनी रैनबैक्सी को बेचने के बाद सिंह बंधु (सिवेंदर सिंह, मलविंदर सिंह) अब अपने अस्पताल कारोबार को बेचने जा रहे हैं। मंगलवार रात को फोर्टिस हेल्थकेयर लिमिटेड की तरफ से जानकारी दी गई कि वह अपने अस्पताल कारोबार को इसी क्षेत्र की दूसरी कंपनी मनिपाल हॉस्पिटल को बेचने जा रही है। मनिपाल हॉस्पिटल्स के इस अधिग्रहण के बाद राजस्व के लिहाज से यह देश की सबसे बड़ी हेल्थकेयर सर्विस प्रोवाइडर कंपनी बन जाएगी। फोर्टिस हेल्थकेयर लिमिटेड के बोर्ड ने इस डील को मंजूरी दे दी है।
डील के मुताबिक फोर्टिस के हर 100 शेयरों के बदले में निवेशकों को मनिपाल हॉस्पिटल के 10.3 शेयर दिए जाएंगे। बिक्री के अलावा फोर्टिस अपनी डॉयगनॉस्टिक चेन SRL लिमिटेड में भी मनिपाल हॉस्पिटल को 20 प्रतिशत हिस्सेदारी बेचेगी, इस डील से फोर्टिस को लगभग 700 करोड़ रुपए मिलेंगे।
सिवेंदर सिंह और मलविंदर सिंह ने करीब 10 साल पहले अपनी फार्मा कंपनी रैनबैक्सी को जापान की फार्मा कंपनी दायची सांक्यो को बेच दिया था, बाद में दायची ने आरोप लगाया था कि सिंह बंधुयों ने सौदे में उनके साथ धोखा किया है, सिंह बंधुओं के खिलाफ रैनबैक्सी के सौदे को लेकर कोर्ट में केस चल रहा है और इस केस की वजह से पिछले महीने उन्हें फोर्टिस के बोर्ड से इस्तीफा देना पड़ा था। मणिपाल के साथ हुई डील को लेकर सिंह बंधुओं ने कहा है कि वह इस डील में पूरा सहयोग करेंगे।