नयी दिल्ली। भ्रष्टाचार रोधी एजेंसी के पूर्व प्रमुख एवं कर विभाग में मोदी सरकार के कार्यकाल के दौरान पहले प्रमुख रहे के.वी. चौधरी रिलायंस इंडस्ट्रीज के स्वतंत्र निदेशक बनाए गए हैं। चौधरी 1978 बैच के भारतीय राजस्व सेवा अधिकारी हैं। चौधरी को अगस्त 2014 में केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड (सीबीडीटी) के अध्यक्ष के रूप में नियुक्त किया गया था, जो आयकर विभाग की शीर्ष नीति बनाने वाली संस्था है।
सेवानिवृत्ति के बाद उन्हें राजस्व विभाग में काला धन संबंधी मुद्दों पर सलाहकार बनाया गया था। इससे पहले जून 2015 में वह केंद्रीय सतर्कता आयुक्त बनाये गये थे। रिलायंस इंडस्ट्रीज ने शेयर बाजार को बताया कि उन्हें शुक्रवार को गैर-कार्यकारी अतिरिक्त निदेशक बनाया गया।
गौरतलब है कि चौधरी ने कई राजनीतिक रूप से संवेदनशील मामलों अधिकारी के रूप में काम किया, जिसमें केंद्रीय कैबिनेट मंत्री नितिन गडकरी और कांग्रेस के हिमाचल प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह के स्वामित्व वाली फर्मों की गतिविधियों की जांच भी शामिल थी, जिसमें दोनों पर संपत्ति अर्जित करने का आरोप लगाया गया था।