मुंबई। रुपए की विनिमय दर में भारी अस्थिरता को थामने के रिजर्व बैंक के प्रयासों के बीच 12 अक्टूबर को समाप्त सप्ताह में विदेशी मुद्रा भंडार 5.143 अरब डॉलर घटकर 394.465 अरब डॉलर रह गया। हाल के दशकों में किसी एक सप्ताह में यह सबसे बड़ी गिरावट है। पिछले सप्ताह मुद्रा भंडार 91.58 करोड़ डॉलर घटकर 399.609 अरब डॉलर पर आ गया था। उल्लेखनीय है कि पड़ोसी देश पाकिस्तान भी इस समय विदेशी मुद्रा भंडार के न्यूनतम स्तर पर पहुंचने से आर्थिक संकट का सामना कर रहा है।
रुपय में गिरावट को थामने के लिए केंद्रीय बैंक चालू वित्त वर्ष में अबतक 40 अरब डॉलर की बिक्री कर चुका है। डॉलर के मुकाबले रुपया जनवरी से 16 प्रतिशत लुढ़क गया है और पिछले सप्ताह 74.43 तक पहुंच गया था। शुक्रवार को रुपया 73.32 पर बंद हुआ।
आरबीआई के आंकड़े के अनुसार आलोच्य सप्ताह में विदेशी मुद्रा परिसंपत्तियां 5.232 अरब डॉलर घटकर 369.99 अरब डॉलर की रह गईं। अमेरिकी डॉलर में व्यक्त किए जाने वाले विदेशी मुद्रा भंडार में मौजूद गैर-अमेरिकी मुद्रा जैसे यूरो, पौंड और येन में होने वाले बदलाव का असर भी भंडार पर पड़ता है।
विदेशी मुद्रा भंडार 13 अप्रैल 2018 को समाप्त सप्ताह में 426.028 अरब डॉलर पर पहुंच गया था। उसके बाद से इसमें 31 अरब डॉलर की कमी आई है। समीक्षाधीन सप्ताह में देश का स्वर्ण भंडार 7.14 करोड़ डॉलर बढ़कर 20.52 अरब डॉलर पर पहुंच गया।
इसी दौरान अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष के साथ देश का विशेष निकासी अधिकार भी 64 लाख डॉलर बढ़कर 1.472 अबर डॉलर हो गया। वहीं दूसरी और आईएमएफ के पास आरबीआई के मुद्रा भंडार की स्थिति भी 1.07 करोड़ डॉलर बढ़कर 2.471 अरब डॉलर हो गया।