मुंबई। देश की विदेशी मुद्रा भंडार अब तक के सबसे ऊंचे स्तर पर पहुंच गया है। ताजा आंकड़ों के अनुसार देश का विदेशी मुद्रा भंडार 18 मार्च को समाप्त सप्ताह में 2.539 अरब डॉलर बढ़कर 355.947 अरब डॉलर के स्तर पर पहुंच गया। यह अब तक का उच्चतम स्तर है। इस सुधार में विदेशी मुद्रा आस्तियों (एफसीए) में वृद्धि का मुख्य योगदान है।
पिछले वर्ष 19 जून को समाप्त सप्ताह में देश का विदेशी मुद्रा भंडार 355.46 अरब डॉलर के उच्च स्तर को छू गया था। भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा जारी ताजा आंकड़ों के अनुसार पिछले सप्ताह देश का विदेशी मुद्रा भंडार 2.543 अरब डॉलर बढ़कर 353.407 अरब डॉलर पर पहुंचा था। रिजर्व बैंक की एक विज्ञप्ति में कहा गया है कि समीक्षाधीन सप्ताह में विदेशी मुद्रा आस्तियां (एफसीए) 2.505 अरब डॉलर बढ़कर 332.504 अरब डॉलर की हो गईं। कुल विदेशी मुद्रा भंडार में एफसीए का हिस्सा सबसे बड़ा है। विदेशी मुद्रा आस्तियां की यूरो, पाउंड और येन जैसी आस्तियों की अमेरिकी डॉलर के साथ विनिमय दर में उतार-चढ़ाव से भी कुल एफसीए प्रभावित होता है।
देश का आरक्षित स्वर्ण भंडार छह लाख डॉलर की मामूली बढ़त के साथ 19.325 अरब डॉलर हो गया। रिजर्व बैंक ने कहा कि समीक्षाधीन सप्ताह में अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) में देश का विशेष निकासी अधिकार भी 1.21 करोड़ डॉलर बढ़कर 1.498 अरब डॉलर हो गया, जबकि आईएमएफ में देश का आरक्षित कोष 2.11 करोड़ डॉलर बढ़कर 2.618 अरब डॉलर का हो गया।