नई दिल्ली: देशवासियों के लिए बहुत बड़ी खुशखबरी है। प्रधानमंत्री मोदी के कार्यकाल में ऐसा काम हुआ है जो इससे पहले अभीतक कभी नही हुआ। दरअसल 2014 से जबसे पीएम मोदी की सरकार सत्ता में आई है तबसे अबतक इन लगभग 8 वर्षों में देश का विदेशी मुद्रा भंडार लगभग दोगुना हो गया है। आरबीआई ने नए आंकड़े जारी किए है। आरबीआई के आंकड़ों से पता चलता है कि 25 जून 2021 को समाप्त हफ्ते में देश का विदेशी मुद्रा भंडार 5.066 बिलियन अमरीकी डॉलर बढ़कर 608.999 बिलियन अमरीकी डॉलर के रिकॉर्ड उच्च स्तर को छू गया। 18 जून को समाप्त पिछले सप्ताह में, भंडार 4.418 बिलियन अमरीकी डॉलर घटकर 603.933 बिलियन अमरीकी डॉलर हो गया था।
पीएम मोदी के कार्यकाल में विदेशी मुद्रा भंडार दोगुना हुआ
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कार्यकाल में देश का विदेशी मुद्रा भंडार लगभग दोगुना हुआ है। प्रधानमंत्री मोदी ने मई 2014 में कार्यभार संभाला था। मई 2014 के अंत में देश का विदेशी मुद्रा भंडार 304 अरब डॉलर था जो अब बढ़कर 608.999 बिलियन अमरीकी डॉलर पहुंच गया है। मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल को 2 साल पूरे हो चुके हैं और 2 साल के दौरान देश के विदेशी मुद्रा भंडार में लगभग रिकार्ड बढ़ोतरी हुई है।
अभी आरबीआई द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार समीक्षाधीन सप्ताह के दौरान विदेशी मुद्रा भंडार में वृद्धि विदेशी मुद्रा परिसंपत्तियों (FCA) में वृद्धि के कारण हुई जो कि समग्र भंडार का एक प्रमुख घटक है, जैसा कि भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के साप्ताहिक आंकड़ों से पता चलता है। एफसीए 4.7 अरब डॉलर बढ़कर 566.24 अरब डॉलर हो गया है।
डॉलर के संदर्भ में व्यक्त, विदेशी मुद्रा परिसंपत्तियों में विदेशी मुद्रा भंडार में रखे गए यूरो, पाउंड और येन जैसी गैर-अमेरिकी इकाइयों की सराहना या मूल्यह्रास का प्रभाव शामिल है। आंकड़ों से पता चलता है कि समीक्षाधीन अवधि में सोने का भंडार 365 मिलियन अमरीकी डॉलर बढ़कर 36.296 बिलियन अमरीकी डॉलर हो गया है।