मुंबई। देश के विदेशी मुद्रा भंडार में गिरावट थमने का नाम नहीं ले रही है। तीन नवंबर को समाप्त सप्ताह में यह 2.22 करोड़ डॉलर घटकर 398.739 अरब डॉलर रह गया, जो 25,748.5 अरब रुपए के बराबर है। इसका मुख्य कारण विदेशी मुद्रा आस्तियों में गिरावट आना है। रिजर्व बैंक के आंकड़ों में यह जानकारी दी गई है। इससे पिछले सप्ताहांत में देश का विदेशी मुद्रा भंडार 1.159 अरब डॉलर घटकर 398.761 अरब डॉलर रह गया था।
भारतीय रिजर्व बैंक के ताजा आंकड़ों के अनुसार समीक्षाघीन सप्ताह में विदेशी पूंजी भंडार का सबसे बड़ा घटक विदेशी मुद्रा आस्तियां (एफसीए) 54.78 करोड़ डॉलर घटकर 374.320 अरब डॉलर रह गईं, जो 24,167.5 अरब रुपए के बराबर हैं। बैंक के मुताबिक, विदेशी मुद्रा भंडार को डॉलर में व्यक्त किया जाता है और इस पर भंडार में मौजूद पाउंड, स्टर्लिंग, येन जैसी अंतरराष्ट्रीय मुद्राओं के मूल्यों में होने वाले उतार-चढ़ाव का सीधा असर पड़ता है।
समीक्षाधीन अवधि में स्वर्ण आरक्षित भंडार 57.36 करोड़ डॉलर घटकर 20.666 अरब डॉलर रह गया, जो 1388.7 अरब रुपए के बराबर है।
रिजर्व बैंक ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) में देश का विशेष निकासी अधिकार (एसडीआर) 14 लाख डॉलर बढ़कर 1.491 अरब डॉलर हो गया, जो 96.3 अरब रुपए के बराबर है। इस दौरान आईएमएफ में देश का मुद्राभंडार भी 22 लाख डॉलर बढ़कर 2,260 अरब डॉलर हो गया, जो 146 अरब रुपए के बराबर है।