नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कर्नाटक विधानसभा चुनावों के प्रचार में व्यस्त हैं शायद इसलिए देश के मुद्रा भंडार को लेकर अच्छी खबर नहीं आ रही है। देश का विदेशी मुद्रा भंडार 27 अप्रैल को समाप्त सप्ताह में 3.216 अरब डॉलर घटकर 420.366 अरब डॉलर रह गया, जो 28,025.5 अरब रुपए के बराबर है। इस गिरावट का कारण विदेशी मुद्रा आस्तियों में कमी आना है। इससे पिछले सप्ताह में जब मोदी चीन यात्रा पर थे तब भी देश का विदेशी मुद्रा भंडार 2.499 अरब डॉलर घटकर 423.582 अरब डॉलर रह गया था।
भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा जारी ताजा आंकड़ों से यह जानकारी मिली है। इससे पूर्व 13 अप्रैल को समाप्त सप्ताह में देश का विदेशी मुद्रा भंडार 426.028 अरब डॉलर की रिकॉर्ड ऊंचाई को छू गया था। आठ सितंबर 2017 को समाप्त तिमाही में देश का विदेशी मुद्रा भंडार पहली बार 400 अरब डॉलर के स्तर को पार करने में सफल हुआ था।
समीक्षाधीन सप्ताह में कुल विदेशी मुद्रा भंडार का महत्वपूर्ण हिस्सा, यानी विदेशी मुद्रा आस्तियां (एफसीए) 3.208 अरब डॉलर घटकर 395.276 अरब डॉलर पर आ गईं, जो 26,387.3 अरब रुपए के बराबर है। केंद्रीय बैंक के मुताबिक, विदेशी मुद्रा भंडार को डॉलर में व्यक्त किया जाता है और इस पर भंडार में मौजूद पाउंड, स्टर्लिंग, येन जैसी अंतरराष्ट्रीय मुद्राओं के मूल्यों में होने वाले उतार-चढ़ाव का सीधा असर पड़ता है।
रिजर्व बैंक ने बताया कि विगत कुछ सप्ताह स्थिर बने रहने के बाद समीक्षाधीन सप्ताह में देश का स्वर्ण आरक्षित भंडार 2.66 करोड़ डॉलर बढ़कर 21.510 अरब डॉलर हो गया, जो 1,399.2 अरब रुपए के बराबर है। इस दौरान अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) में देश का विशेष निकासी अधिकार (एसडीआर) 1.46 करोड़ डॉलर घटकर 1.523 अरब डॉलर रह गया, जो 101.7 अरब रुपए के बराबर है। रिजर्व बैंक ने बताया कि आईएमएफ में देश का मौजूदा मुद्राभंडार भी 1.97 करोड़ डॉलर घटकर 2.055 अरब डॉलर रह गया, जो 137.3 अरब रुपए के बराबर है।