मुंबई। देश का विदेशी मुद्रा भंडार आठ फरवरी को समाप्त सप्ताह में 2.11 अरब डॉलर घटकर 398.12 अरब डॉलर रह गया, जो 28,378.2 अरब रुपए के बराबर है। भारतीय रिजर्व बैंक ने बताया कि इसका मुख्य कारण प्रमुख मुद्रा परिसंपत्तियों में कमी आना है। इससे पिछले सप्ताह देश का विदेशी मुद्रा भंडार 2.06 अरब डॉलर बढ़कर 400.24 अरब डॉलर हो गया था।
रिजर्व बैंक ने कहा कि समीक्षाधीन सप्ताह में, कुल मुद्रा भंडार का अहम हिस्सा यानी विदेशी मुद्रा परिसंपत्तियाँ 2.44 अरब डॉलर घटकर 370.98 अरब डॉलर रह गईं जो 26,449.1 अरब रुपए के बराबर है। डॉलर में अभिव्यक्त की जाने वाली विदेशी मुद्रा आस्तियां, मुद्रा भंडार में रखे यूरो, पौंड और जापानी येन जैसी गैर-अमेरिकी मुद्राओं की मूल्यवृद्धि और मूल्यह्रास के प्रभावों को भी समाहित करता है।
भारत के विदेशी मुद्रा भंडार 13 अप्रैल, 2018 को समाप्त सप्ताह में 426.02 अरब डॉलर के रिकॉर्ड उच्च स्तर को छू गया था लेकिन तब से इसमें कुल मिला कर काफी गिरावट हुई है। केंद्रीय बैंक ने कहा कि समीक्षाधीन सप्ताह में देश का आरक्षित स्वर्ण भंडार 22.68 अरब डॉलर पर अपरिवर्तित बना रहा, जो 1,611.5 अरब रुपए के बराबर है।
इस दौरान, अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष में देश का विशेष निकासी अधिकार (एसडीआर) का मूल्य 80 लाख डॉलर घटकर 1.46 अरब डॉलर हो गया, जो 104.3 अरब रुपए के बराबर है। अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) में देश के मौजूदा भंडार का मूल्य 33.73 करोड़ डॉलर बढ़कर 2.99 अरब डॉलर दर्ज किया गया, जो 213.3 अरब रुपए के बराबर है।