नई दिल्ली। देश का विदेशी पूंजी भंडार रिकॉर्ड बनाने के बाद 7 जुलाई को समाप्त सप्ताह में मामूली 16.19 करोड़ डॉलर घटकर 386.37 अरब डॉलर रह गया, जो 25,006.7 अरब रुपए के बराबर है। भारतीय रिजर्व बैंक ने अपने ताजा आंकड़ों में कहा है कि इस गिरावट का मुख्य कारण विदेशी मुद्रा आस्तियों (एफसीए) में गिरावट आना है। इससे पूर्व सप्ताह में देश का विदेशी मुद्रा भंडार 4.007 अरब डॉलर बढ़कर 386.539 अरब डॉलर की रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंच गया था।
रिजर्व बैंक के आंकड़ों के अनुसार विदेशी मुद्रा भंडार का महत्वपूर्ण हिस्सा मानी जाने वाली विदेशी मुद्रा आस्तियां (एफसीए) समीक्षाधीन सप्ताह में 15.7 करोड़ डॉलर घटकर 362.231 अरब डॉलर रह गईं, जो 23,443.6 अरब रुपए के बराबर है। केंद्रीय बैंक के मुताबिक, विदेशी मुद्रा भंडार को डॉलर में व्यक्त किया जाता है और इस पर भंडार में मौजूद पौंड, स्टर्लिंग, येन, यूरो जैसी अंतररार्ष्टीय मुद्राओं के मूल्यों में होने वाले उतार-चढ़ाव का सीधा असर पड़ता है।
इस अवधि में देश का स्वर्ण आरक्षित भंडार 20.348 अरब डॉलर पर अपरिवर्तति रहा, जो 1,317.3 अरब रुपए के बराबर है। इस दौरान अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) में देश के विशेष निकासी अधिकार (एसडीआर) का मूल्य 19 लाख डॉलर घटकर 1.47 अरब डॉलर हो गया, जो 95.7 अरब रुपए के बराबर है। वहीं आईएमएफ में देश के मौजूदा भंडार का मूल्य 30 लाख डॉलर घटकर 2.31 अरब डॉलर दर्ज किया गया, जो 150.1 अरब रुपए के बराबर है।