नई दिल्ली। अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) के साथ ही साथ देश का विदेशी मुद्रा भंडार भी मोदी सरकार के आर्थिक सुधारों पर अपनी मुहर लगाता नजर आ रहा है। आईएमएफ के उप प्रबंध निदेशक (प्रथम) डेविड लिप्टन ने कहा कि भारत द्वारा लागू किए गए आर्थिक सुधारों के परिणाम सामने आने लगे हैं और इससे लोगों को फायदा भी हुआ है। वहीं पिछले तीन हफ्ते से देश का विदेशी मुद्रा भंडार लगातार बढ़ रहा है। देश का विदेशी मुद्रा भंडार बढ़कर अब तक के सर्वकालिक स्तर 426.08 अरब डॉलर पर पहुंच गया है।
भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा ताजा आंकड़ों के मुताबिक 13 अप्रैल को समाप्त सप्ताह में विदेशी मुद्रा भंडार 1.21 अरब डॉलर बढ़कर 426.082 अरब डॉलर हो गया। विदेशी मुद्रा परिसंपत्तियां बढ़ने से इसमें वृद्धि हुई है। पिछले सप्ताह विदेशी मुद्रा भंडार 50.36 करोड़ डॉलर बढ़कर 424.86 अरब डॉलर पर पहुंचा था। उल्लेखनीय है कि आठ सितंबर 2017 को पहली बार मुद्रा भंडार ने 400 अरब डॉलर का आंकड़ा पार किया था, लेकिन इसके बाद से इसमें लगातार उतार-चढ़ाव जारी है।
आलोच्य सप्ताह में, कुल विदेशी मुद्रा भंडार में विदेशी मुद्रा परिसंपत्ति का अहम योगदान रहा, जो कि 1.202 अरब डॉलर बढ़कर 400.978 अरब डॉलर हो गया। केंद्रीय बैंक ने कहा कि सोने का भंडार पूर्वस्तर पर 21.484 अरब डॉलर पर ही बना रहा। आईएमएफ में निहित विशेष निकासी अधिकार 66 लाख डॉलर बढ़कर 1.54 अरब डॉलर पर पहुंच गया। आईएमएफ में देश की आरक्षित स्थिति भी 89 लाख डॉलर बढ़कर 2.079 अरब डॉलर हो गई।