नई दिल्ली। विदेशी निवेशकों का भारत को लेकर रुख सकारात्मक बना हुआ है और इस साल सामान्य से अधिक बारिश के अनुमान बीच उन्होंने पिछले महीने शेयर बाजारों में 2,500 करोड़ रुपए से अधिक निवेश किए। विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (FPI) ने शेयरों में अप्रैल में 8,416 करोड़ रुपए तथा मार्च में 21,143 करोड़ रुपए निवेश किए। इससे पहले नवंबर से फरवरी के बीच विदेशी निवेशकों ने 41,661 करोड़ रुपए के शेयर बेचे थे।
इस साल अबतक FPI शेयरों में 16,420 करोड़ रुपए का अतिरिक्त निवेश कर चुके हैं। बाजार विशेषज्ञों के अनुसार इस साल सामान्य से अधिक बारिश के अनुमान से पिछले महीने प्रवाह हुआ। मानसून बेहतर रहने से उपभोक्ता मांग बढ़ेगी और आर्थिक संभावना बढ़ेगी। इसके अलावा अमेरिकी फेडरल रिजर्व की प्रमुख के बयान से भी निवेशकों की धारणा पर सकारात्मक प्रभाव पड़ा है।
अमेरिकी फेडरल रिजर्व की प्रमुख जानेट येलेन ने पिछले महीने महीने कहा कि केंद्रीय बैंक आने वाले महीनों में ब्याज दर बढ़ा सकती है क्योंकि उम्मीद के अनुसार अर्थव्यवस्था में तेजी आई है और रोजगार सृजित हो रहे हैं। हालांकि मई में प्रवाह इससे पूर्व दो महीनों (मार्च-अप्रैल) के मुकाबले कम रहा जिसका मुख्य कारण भारत-मारीशस कर संधि में संशोधन है। डिपोजिटरीज के पास उपलब्ध आंकड़ों के अनुसार FPI ने पिछले महीने इक्विटी में 2,543 करोड़ रुपए निवेश किया। साथ ही जून के पहले सप्ताह में उन्होंने 966 करोड़ रुपए लगाया। हालांकि बांड बाजार से FPI ने 4,409 करोड़ रुपए निकाले।
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