नई दिल्ली। विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (एफपीआई) का भारतीय बाजार को लेकर सकारात्मक रुख कायम है। एफपीआई ने इस महीने अभी तक भारतीय बाजारों में अन्य उभरते बाजारों की तुलना में वृद्धि की बेहतर संभावनाओं के मद्देनजर चार अरब डॉलर का निवेश किया है।
इससे पिछले पांच महीनों फरवरी से जून के दौरान एफपीआई ने भारतीय बाजारों में शुद्ध रूप से 1.6 लाख करोड़ रुपए का निवेश किया था।
जनवरी में उन्होंने यहां से 3,496 करोड़ रुपए की निकासी की थी। फंड्स इंडिया डॉट कॉम की म्यूचुअल फंड शोध प्रमुख विद्या बाला ने कहा कि एफपीआई के भारतीय बाजार में प्रवाह की प्रमुख वजह यहां वृद्धि को लेकर अन्य उभरते बाजारों तथा विकसित अर्थव्यवस्थाओं की तुलना में बेहतर संभावना है।
डिपॉजटरी के ताजा आंकड़ों के अनुसार 3 से 28 जुलाई के दौरान एफपीआई ने शेयर बाजारों में शुद्ध रूप से 7,611 करोड़ रुपए या 1.2 अरब डॉलर का निवेश किया, जबकि उन्होंने ऋण बाजारों में 18,599 करोड़ रुपए या 2.9 अरब डॉलर डाले। इस तरह उनका शुद्ध निवेश 26,210 करोड़ रुपए या 4.1 अरब डॉलर रहा।
जुलाई में निवेश का यह आंकड़ा और बढ़ सकता है क्योंकि अभी एक दिन का ट्रेडिंग सेशन और बचा है। ताजा निवेश के साथ, इस साल पूंजी बाजार (शेयर और ऋण) में कुल निवेश 1.74 लाख करोड़ (26 अरब डॉलर) पर पहुंच चुका है। मॉर्निंगस्टार इन्वेस्टमेंट एडवाइजर इंडिया के मैनेजर रिसर्च, हिमांशु श्रीवास्तव ने कहा कि अगले कुछ महीनों तक विदेशी निवेशकों के निवेश ट्रेंड में अचानक कोई बदलाव आने की संभावना नहीं है।