नई दिल्ली। देश का विदेशी मुद्रा भंडार एक बार फिर नए रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गया है। रिजर्व बैंक के द्वारा जारी आंकड़ों के मुताबिक 7 अगस्त को खत्म हुए हफ्ते में विदेशी मुद्रा भंडार 3.62 अरब डॉलर की बढ़त के साथ 538.91 अरब डॉलर के नए रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गया है। पिछले हफ्ते इसमें 11.93 अरब डॉलर का उछाल दर्ज हुआ था। विदेशी मुद्रा भंडार 5 जून को पहली बार 500 अरब डॉलर के स्तर के पार पहुंचा था। उसके बाद से लगातार मुद्रा भंडार इस स्तर के ऊपर बना हुआ है, और नए रिकॉर्ड स्तर बना रहा है।
रिजर्व बैंक के द्वारा जारी आंकड़ों के मुताबिक 7 अगस्त को खत्म हुए हफ्ते में मुद्रा भंडार में उछाल फॉरेन करंसी एसेट्स में आई तेजी की वजह से दर्ज हुआ है। फॉरेन करंसी एसेट पूरे मुद्रा भंडार का सबसे बड़ा हिस्सा है। हफ्ते के दौरान एसेट्स 1.46 अरब डॉलर की बढ़त के साथ 492.3 अरब डॉलर के स्तर पर पहुंच गया। डॉलर की कीमत में प्रदर्शित होने वाले फॉरेन करंसी एसेट्स में भंडार में शामिल यूरो, पाउंड और येन जैसी गैर अमेरिकी करंसी की कीमतों में उतार-चढ़ाव को भी शामिल किया जाता है। हफ्ते के दौरान स्वर्ण भंडार 2.2 अरब डॉलर की बढ़त के साथ 39.8 अरब डॉलर के स्तर पर पहुंच गया। इंटरनेशनल मॉनिटरी फंड़ में एसडीआर (special drawing rights) 60 लाख डॉलर बढ़कर 1.5 अरब डॉलर के स्तर के करीब पहुंच गया। हालांकि आईएमएफ में देश की रिजर्व पोजीशन 70 लाख डॉलर घट कर 4.63 अरब डॉलर रह गई।
भारत का विदेशी मुद्रा भंडार फिलहाल देश की एक साल से ज्यादा की आयात जरूरतों को पूरा कर सकता है। कोरोना संकट के बीच मजबूत विदेशी मुद्रा भंडार को घरेलू अर्थव्यवस्था की मजबूती की तौर पर देखा जाता है।