नई दिल्ली। देश में मौजूद विदेशी बैंक के एटीएम की संख्या में पिछले तीन सालों में 18 प्रतिशत की गिरावट आई है। इन एटीएम में कुछ को बंद कर दिया गया है जबकि एक बैंक ने देश में परिचालन बंद कर दिया है। आधिकारिक आंकड़ों से यह जानकारी हुई। देश में स्टैंडर्ड चार्टर्ड बैंक, सिटी बैंक, बैंक ऑफ अमेरिका, एचएसबीसी, द रॉयल बैंक ऑफ स्कॉटलैंड, जेपी मॉर्गन चेस, डीबीएस बैंक, बीएनपी परिबास, दोहा बैंक और कतर नेशनल बैंक और अन्य सहित कुल 45 विदेशी बैंक काम कर रहे हैं। रिजर्व बैंक के आंकड़े के मुताबिक सितंबर 2014 से सितंबर 2017 के बीच विदेशी बैंक द्वारा लगाए गई एटीएम मशीनों में 18 प्रतिशत की कमी आई है।
फर्स्टरेंड बैंक ने सभी एटीएम बंद किए
वित्त मंत्रालय ने आरबीआई के आंकड़े का हवाला देते हुए कहा, "विदेशी बैंकों के एटीएम में आई कमी का कारण फर्स्टरैंड बैंक द्वारा एटीएम परिचालन, आरबीएस (एबीएन एम्रो) बैंक द्वारा बैंकिंग परिचालन तथा एचएसबीसी बैंक और स्टैंडर्ड चार्टर्ड बैंक द्वारा क्रमश: 30 और 20 प्रतिशत एटीएम बंद करना रहा।" सितंबर 2014 से सितंबर 2017 के दौरान, सिटी बैंक के एटीएम की संख्या 5 प्रतिशत गिरकर 577 से 549, डीबीएस बैंक की संख्या 3 प्रतिशत गिरकर 31 से 30, ड्यूश बैंक 18 प्रतिशत कम होकर 39 से 32, फर्स्टरैंड बैंक 100 प्रतिशत गिरकर 12 से शून्य रह गई।
आरबीएस बैंक ने भी अपने सारे एटीएम बंद किए
आरबीएस ने अपने एटीएम की संख्या 100 प्रतिशत घटाकर 60 से शून्य और स्टैंडर्ड चार्टर्ड बैंक के एटीएम 20 प्रतिशत गिरकर 279 से 223 रह गए। 30 जून 2017 तक, स्टैंडर्ड चार्टर्ड बैंक की शाखाओं की संख्या सबसे अधिक 100 थी, उसके बाद सिटीबैंक 35, ड्यूश बैंक 17, डीबीएस बैंक 12 और बीएनपी परिबास 8 शाखाएं हैं।