नई दिल्ली। खाद्य मंत्रालय ने चीनी के निर्यात पर 25 फीसदी शुल्क लगाने का प्रस्ताव किया है, ताकि घरेलू बाजार में पर्याप्त आपूर्ति सुनिश्चित की जा सके। यह बात केंद्रीय खाद्य मंत्री रामविलास पासवान ने कही। पासवान ने कहा कि चीनी का अंतरराष्ट्रीय मूल्य बढ़ रहा है, इसलिए कारोबारी मुनाफा कमाने के लिए चीनी निर्यात बढ़ा सकते हैं।
पासवान ने कई ट्वीट में कहा, चीनी का निर्यात नियंत्रित करने के लिए मंत्रालय ने 25 फीसदी सीमा शुल्क लगाने का प्रस्ताव किया है। उन्होंने कहा, इस पहल से घरेलू बाजार में चीनी की पर्याप्त उपलब्धता रहेगी और कीमत नियंत्रण में रहेगी। व्यापार सूत्रों के मुताबिक चीनी निर्यात अब व्यावहारिक हो गया है, क्योंकि ब्राजील से आपूर्ति बाधित होने के कारण पिछले तीन महीनों में वैश्विक मूल्य 50 फीसदी बढ़ा है।
भारत में चीनी की मांग और आपूर्ति बराबर है इसलिए सरकार नहीं चाहती कि देश से निर्यात हो। देश ने वित्त वर्ष 2015-16 के विपणन वर्ष (अक्टूबर-सितंबर) में अब तक 14 लाख टन चीनी का निर्यात किया है। मौजूदा 2015-16 के सत्र में घरेलू चीनी उत्पादन में 11 फीसदी की गिरावट के कारण इसका खुदरा मूल्य पिछले महीने में 40 रुपए प्रति किलो के स्तर को पार कर गया। विश्व के दूसरे सबसे बड़े उत्पादक, भारत में चीनी का उत्पादन 2015-16 में करीब 2.5 करोड़ टन रहने का अनुमान है, जो पिछले साल 2.83 करोड़ टन था।