मुंबई। टाटा ग्रुप चेयरमैन पद से साइरस मिस्त्री को हटाए जाने के एक दिन बाद मंगलवार को अंतरिम चेयरमैन बनाए गए रतन टाटा ने समूह की कंपनियों के शीर्ष प्रबंधन से कहा कि वह शीर्ष स्तर पर बदलाव की चिंता किए बगैर अपने बिजनेस पर फोकस करें।
उन्होंने कहा कि ग्रुप में स्थिरता और निरंतरता सुनिश्चित करने के लिए वह वापस आए हैं और उनकी यह भूमिका बहुत कम समय के लिए है। 100 अरब डॉलर वाले ग्रुप की कंपनियों के शीर्ष अधिकारियों से कहा कि वह अपने-अपने बाजारों में अग्रणी रहने और शेयरधारकों की आय बढ़ाने पर ध्यान केंद्रित करें।
बॉम्बे हाउस में टाटा ग्रुप की कंपनियों के मैनेजिंग डायरेक्टर्स और शीर्ष अधिकारियों को संबोधित करते हुए रतन टाटा ने कहा कि,
मैंने अंतरिम चेयरमैन का पद स्थिरता और निरंतरता सुनिश्चित करने के लिए संभाला है, इसलिए यहां कोई खाली जगह नहीं है। यह व्यवस्था थोड़े समय के लिए होगी। एक नया स्थायी नेतृत्व जल्द अपना काम संभालेगा।
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- टाटा ग्रुप की कंपनियों के सीईओ के साथ रतन टाटा की तीन घंटों तक लंबी बैठक चली। यह बैठक दोपहर एक बजे खत्म हुई।
- इससे पहले सोमवार को अचानक एक नाटकीय घटनाक्रम में साइरस मिस्त्री को टाटा ग्रुप के चेयरमैन पद से तत्काल हटा दिया गया और उनके स्थान पर रतन टाटा को अंतरिम चेयरमैन नियुक्त किया गया।
- टाटा ने सभी सीइओ से कहा कि सभी को अपनी बाजार स्थिति पर ध्यान देना चाहिए और शेयरधारकों की आय बढ़ानी चाहिए।