नई दिल्ली। भारत में FMCG सेक्टर सबसे ज्यादा सैलरी देने वाली इंडस्ट्री के रूप में उभरकर सामने आई है। सभी स्तर और फंक्शन में यहां औसत वार्षिक कॉस्ट टू कंपनी (CTC) 11.3 लाख रुपए है। इसके बाद पावर और आईटी सेक्टर आते हैं। एक ताजा सर्वे में इसका खुलासा हुआ है।
रैंडस्टैड द्वारा 2017 सैलरी ट्रेंड नामक स्टडी रिपोर्ट जारी की गई है। इसमें बताया गया है कि पावर और आईटी सेक्टर में औसत वार्षिक वेतन क्रमश: 9.8 लाख रुपए और 9.3 लाख रुपए है। फार्मा और हेल्थकेयर सेक्टर में औसत वार्षिक वेतन 8.8 लाख रुपए और टेलीकॉम में 8.7 लाख रुपए है। टॉप 10 लिस्ट में इनका स्थान क्रमश: चौथा और पांचवा है।
रैंडस्टैड इंडिया के एमडी और सीईओ मूर्ति के उप्पलुरी ने कहा कि आज नियोक्ता यह समझ चुके हैं कि बेहतर प्रतिभाओं को आकर्षित, भर्ती और उन्हें लंबे समय तक अपने साथ बनाए रखने के लिए सही सैलरी स्ट्रक्चर एक प्रमुख रणनीति है।
लोकेशन-स्पेसिफिक सैलरी ट्रेंड्स में आईटी राजधानी बेंगलुरु देश में हाईएस्ट पेइंग सिटी की लिस्ट में टॉप पर है। यहां औसत वार्षिक सीटीसी 14.6 लाख रुपए है। मुंबई 14.2 लाख रुपए औसत वार्षिक वेतन के साथ दूसरे स्थान पर है, तीसरे स्थान पर हैदराबाद (13.6 लाख रुपए) और चौथे स्थान पर एनसीआर (13.5 लाख रुपए) है।
पेशेवरों को सबसे ज्यादा औसत वेतने देने वाले टॉप भारतीय शहरों की लिस्ट में अगले तीन नाम चेन्नई (13.4 लाख रुपए), पुणे (13.2 लाख रुपए) और कोलकाता (11.4 लाख रुपए) हैं।
इस सर्वे में हॉट जॉब की भी लिस्ट तैयार की गई है। यह ऐसे जॉब हैं जिनकी सभी इंडस्ट्री में डिमांड अभी बहुत ज्यादा है और इनकी सैलरी भी तुलनात्मकरूप से बहुत अधिक है। कोर जावा पेशेवरों की मांग सबसे ज्यादा है, जिनकी औसत सालाना सीटीसी 18.06 लाख रुपए है। इसके बाद डिजिटल मार्केटिंग पेशेवर (17.09 लाख रुपए)0 और टेस्टिंग ऑटोमेशन इंजीनियर्स (14.67 लाख रुपए) की मांग है।