नई दिल्ली। गुरुवार को वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण बैंकों और NBFC के प्रमुखों के साथ बैठक करने जा रही हैं। ये बैठक रिजर्व बैंक के द्वारा दी गई एक बार के लिए लोन रिस्ट्रक्चरिंग की राहत को लेकर होनी है, बैठक में इस योजना को तेज और आसान तरीके से पूरा करने के उपायों पर बात होगी।
बैठक को लेकर वित्त मंत्रालय ने जानकारी दी कि इस समीक्षा बैठक में कारोबारियों और परिवारों को उनकी क्षमता के आधार पर राहत पहुंचाने पर फोकस किया जाएगा। इसके साथ ही इसे लेकर बैंक नीतियों को अंतिम रूप देने, कर्ज लेने वालों की पहचान करने और पूरी प्रक्रिया को तेजी और सही तरीके से पूरा करने के तरीकों पर चर्चा की जाएगी। रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने इस महीने की शुरुआत में ही कॉर्पोरेट और रीटेल लोन के रीस्ट्रक्चरिंग के लिए ऐलान किया था। बैंक फिलहाल रिजर्व बैंक के नोटिफिकेशन के मुताबिक ये तय करने में जुटे हैं कि किसको रिस्ट्रक्चरिंग का फायदा मिलेगा और वो कितना होगा। रिस्ट्रक्चरिंग का फायदा उनको मिलेगा जिनका लोन अकाउंट मार्च 1 तक स्टैंडर्ड रहा हो और डिफॉल्ट का समय 30 दिन से ज्यादा न हो। इसके साथ ही के वी कामथ कमेटी कॉर्पोरेट लोन के रिस्ट्रक्चरिंग के लिए डेट सर्विस कवरेज रेश्यो, डेट इक्विटी रेश्यो और इंट्रेस्ट कवकेज रेश्यो जैसे वित्तीय पैमानों पर अपनी सिफारिशे तैयार कर रही हैं। सिफारिशों पर नोटिफिकेशन 6 सितंबर तक दी जा सकती हैं।