नई दिल्ली। सरकार ने नोटबंदी की वजह से अर्थव्यवस्था में नरमी आने की चिंताओं को खारिज कर दिया है। वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कहा कि चालू वित्त वर्ष में अप्रैल से दिसंबर अवधि में प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष कर वसूली में अच्छी वृद्धि हुई है। इससे विनिर्माण क्षेत्र सहित सभी क्षेत्रों में आर्थिक गतिविधियां बढ़ने का संकेत मिलता है।
जेटली ने कहा कि अप्रैल से दिसंबर 2016 अवधि में प्रत्यक्ष कर वसूली 12.01 प्रतिशत बढ़कर 5.53 लाख करोड़ रुपए हो गई जबकि इस दौरान अप्रत्यक्ष कर प्राप्ति एक साल पहले की इसी अवधि के मुकाबले 25 प्रतिशत बढ़कर 6.30 लाख करोड़ रुपए रहा है।
अप्रत्यक्ष करों में विभिन्न क्षेत्रों में की गई वसूली का ब्यौरा देते हुए उन्होंने बताया…
आलोच्य अवधि में उत्पाद शुल्क प्राप्ति 43 प्रतिशत बढ़कर 2.79 लाख करोड़ रुपए, सेवा कर प्राप्ति 23.9 प्रतिशत बढ़कर 1.83 लाख करोड़ रुपए हो गई। जबकि इस दौरान सीमा शुल्क प्राप्ति 4.1 प्रतिशत बढ़कर 1.67 लाख करोड़ रुपए तक पहुंच गई।
अप्रत्यक्ष कर में जोरदार बढ़ोतरी
- अकेले दिसंबर माह में पिछले साल के मुकाबले अप्रत्यक्ष कर प्राप्ति 14.2 प्रतिशत बढ़ गई।
- दिसंबर माह में नोटबंदी जारी रही इसके बावजूद माह के दौरान उत्पाद शुल्क प्राप्ति 31.6 प्रतिशत बढ़ी है।
- जेटली ने कहा कि उत्पाद शुल्क का सीधा विनिर्माण क्षेत्र से संबंध है।
- माह के दौरान सेवा कर प्राप्ति भी 12.4 प्रतिशत बढ़ी है।
- सीमा शुल्क प्राप्ति इस दौरान सोने का आयात घटने से 6.3 प्रतिशत घट गया।