नई दिल्ली। आत्मनिर्भर भारत पैकेज के तीसरे हिस्से में खेती और खेती से जुड़े क्षेत्रों को शामिल किया गया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने पिछले संबोधन में खेती के लिए बेहतर सप्लाई चेन, इंफ्रास्ट्रक्चर और सुधारों का जिक्र किया गया था। वित्त मंत्री के मुताबिक तीसरे पैकेज में इंफ्रास्ट्रक्चर, सप्लाई चेन, स्टोरेज क्षमता, फिशरीज, पशुपालन. फूड प्रोसेसिंग जैसे विषय शामिल किए है।
वित्त मंत्री के मुताबिक तीसरे पैकेज में एग्री सेक्टर के लिए 11 कदम शामिल किए गए हैं। इसमें से 8 कदम क्षेत्र के लिए बेहतर इंफ्रास्ट्रक्चर स्थापित करने के लिए उठाए जा रहे हैं। इसमें स्टोरेज क्षमता बेहतर बनाना, ट्रांसपोर्टेशन तेज बनाना, खेती के लिए बेहतर तकनीक जैसे विषय हैं। वहीं 3 कदम सुधार कदम हैं। जिससे किसानों और क्षेत्र की कंपनियों को काम करने में और सहूलियत मिलेगी
जानिए क्या हैं मुख्य कदम
1- फार्म गेट इंफ्रास्ट्रक्चर के लिए 1 लाख करोड़ रुपये का प्रावधान
2- माइक्रो फूड एंटरप्राइजेस (MFE) की मार्केटिंग और अपग्रेडेशन के लिए 10 हजार करोड़ का प्रावधान
3- मत्स्य संपदा योजना के लिए 20 हजार करोड़ रुपये का प्रावधान
4-देश के 53 करोड़ पशुओं के टीकाकरण के लिए 13343 करोड़ रुपये का प्रावधान
5- डेयरी इंफ्रास्ट्रक्चर के लिए 15000 करोड़ रुपये का प्रावधान