नई दिल्ली: इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय (IGI) एयरपोर्ट से उड़ान भरना सस्ता हो गया है। अब नई दिल्ली के आईजीआई एयरपोर्ट पर विमान यात्रियों को एयरपोर्ट डेवलपमेंट फीस नहीं भरनी होगी। पिछले कई साल से विकास शुल्क लिया जा रहा था। IGI एयरपोर्ट चलाने वाली संयुक्त उद्यम कंपनी दिल्ली इंटरनेशनल एयरपोर्ट लि. (डायल) को घरेलू मार्गों पर विकास शुल्क के रूप में 100 रुपए प्रति उड़ान तथा अंतरराष्ट्रीय गंतव्यों के लिये यात्रियों से 600 रुपए लेने की अनुमति थी। अब विमान यात्रियों को यह किराया नहीं देना होगा।
एयरपोर्ट शुल्क नियामक एयरपोर्ट आर्थिक नियामकीय प्राधिकरण (एईआरए) ने फरवरी में आदेश जारी कर डीआईएएल को एक मई से विकास शुल्क नहीं वसूलने का निर्देश दिया। प्राधिकरण ने कंपनी को दिसंबर 2012 को अपने आदेश के जरिये शुल्क वसूलने की अनुमति दी थी।
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तस्वीरों में देखिए भारत के सबसे सुंदर एयरपोर्ट
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विकास शुल्क के रूप में औसत मासिक संग्रह 30 करोड़ रुपए होने का हवाला देते हुए एईआरए ने फरवरी के अपने आदेश में कहा कि कुल मंजूरीशुदा विकास शुल्क राशि 3,415.35 करोड़ रुपए है और इसकी वसूली 30 अप्रैल 2016 तक हो जाने की संभावना है। एयरपोर्ट के विकास के लिये वित्तीय अंतर को पूरा करने के लिये विकास शुल्क के रूप में 3,415.35 करोड़ रुपए संग्रह किये जाने की अनुमति दी गयी थी।
पिछले महीने नागर विमानन महानिदेशालय ने सभी विमानन कंपनियों को IGI से उड़ान सेवा लेने वाले यात्रियों से 30 अप्रैल के बाद की यात्रा के लिये वसूल किये गये विकास शुल्क वापस करने का निर्देश दिया था। डायल जीएमआर समूह, भारतीय हवाईअड्डा प्राधिकरण तथा जर्मनी की फ्रापोर्ट एजी की संयुक्त उद्यम है।
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