नयी दिल्ली। अमेरिकी कंपनी वॉलमार्ट के स्वामित्व वाली भारतीय इकाई फ्लिपकार्ट इंडिया का घाटा 2018- 19 में बढ़कर 3,836.8 करोड़ रुपए हो गया। नियामकीय दस्तावेजों से यह जानकारी मिली है। कारपोरेट कार्य मंत्रालय को भेजे दस्तावेज के मुताबिक इससे पिछले साल 31 मार्च 2018 को समाप्त वित्तीय वर्ष में कंपनी को 2,063.8 करोड़ रुपए का घाटा हुआ था।
फ्लिपकार्ट इंडिया की परिचालन से कुल आय 2018-19 के दौरान हालांकि, 42.82 फीसद बढ़कर 30,931 करोड़ रुपए हो गई। इससे पिछले वर्ष में कंपनी को परिचालन से 21,657.7 करोड़ रुपए का लाभ हुआ था। फ्लिपकार्ट की होल्डिंग कंपनी सिंगापुर में रजिस्टर्ड है। यह विभिन्न कामों के लिए अलग-अलग इकाइयों का परिचालन करती है और फ्लिपकार्ट इंटरनेट के जरिए ई-कॉमर्स सेवाएं उपलब्ध कराती है। रिपोर्ट्स के अनुसार, 31 मार्च 2019 को समाप्त हुए वर्ष में फ्लिपकार्ट इंटरनेट का घाटा 40 फीसद बढ़कर 1,624 करोड़ रुपए हो गया। हालांकि, परिचालन से होने वाली आय में पिछले वर्ष के मुकाबले 51 फीसद की बढ़ोतरी दर्ज की गई और यह 4,234 करोड़ रुपए हो गई।
पिछले साल अक्टूबर में अमेरिका की दिग्गज रिटेल कंपनी वालमार्ट इंक ने फ्लिपकार्ट की होल्डिंग कंपनी में कंट्रोलिंग स्टेक खरीदा था। इस सौदे के तहत वालमार्ट ने लगभग 77 फीसद हिस्सेदारी 16 अरब डॉलर में खरीदी थी, जिससे सॉफ्टबैंक जैसे निवेशकों को बेहतरीन रिटर्न मिला था।
कम हुआ अमेजन इंडिया का घाटा
अमेरिका की ई-वाणिज्य कंपनी अमेजन इंडिया की भारत स्थित ऑनलाइन मार्केटप्लेस इकाई ऐमजॉन सेलर सर्विसेज का नुकसान 2018-19 में कम होकर 5,685 करोड़ रुपए रहा। उपलब्ध दस्तावेजों के मुताबिक यह घाटा इससे पिछले साल के मुकाबले 9.5 प्रतिशत कम है।
बिजनस इंटेलिजेंस प्लेटफॉर्म टॉफलर द्वारा प्राप्त दस्तावेज के अनुसार, इससे पिछले वर्ष कंपनी को 6,287.9 करोड़ रुपए का घाटा हुआ था। दस्तावेज के मुताबिक ऐमजॉन सेलर सर्विसेज की कमाई 2018- 19 में इससे पिछले साल के मुकाबले 55 प्रतिशत बढ़कर 7,778 करोड़ रुपए पर पहुंच गई।
ऐमजॉन की थोक बिक्री कंपनी 'ऐमजॉन होलसेल इंडिया' ने 2018-19 में 11,250 करोड़ रुपए का कारोबार किया। एक साल पहले के मुकाबले इसमें आठ प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई। इस दौरान इस कंपनी का नुकसान एक साल पहले के 131.4 करोड़ रुपए से बढ़कर 141 करोड़ रुपए हो गया। ऐमजॉन की भारत में कार्य कर रही अन्य इकाइयों का घाटा भी बढ़ा है। (इनपुट- पीटीआई)