नई दिल्ली। देश की सबसे बड़ी ई-कॉमर्स कंपनी फ्लिपकार्ट अपनी लागत घटाने के लिए 700 से 1000 कर्मचारियों की छंटनी करने की योजना बना रही है। यह कंपनी के कुल कार्यबल का तीन फीसदी है। अमेजन तथा स्नैपडील जैसी कंपनियों से प्रतिस्पर्धा के लिए फ्लिपकार्ट अपनी लागत घटा रही है।
सूत्रों ने बताया कि फ्लिपकार्ट कमजोर प्रदर्शन करने वाले कर्मचारियों को इस्तीफा देने या बर्खास्तगी के लिए तैयार रहने को कह रही है। सूत्रों ने कहा कि ऊंचे स्तर पर 1,000 तक कर्मचारियों को बाहर का रास्ता दिखाया जा सकता है। सूत्रों ने कहा कि इससे कंपनी के एक से दो फीसदी कर्मचारी प्रभावित होंगे। फ्लिपकार्ट को हाल के दिनों में अपने मूल्यांकन में कमी को देखना पड़ा है। इसके मद्देनजर कंपनी ने अपने कारोबारी मॉडल में बदलाव किया है। इसी के तहत विक्रेताओं से लिया जाने वाला मार्जिन भी कम किया है।
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इस बारे में संपर्क करने पर फ्लिपकार्ट के प्रवक्ता ने इस बात की पुष्टि की कि कर्मचारियों के एक वर्ग के प्रदर्शन की समीक्षा की जा रही है। हालांकि, उन्होंने यह नहीं बताया कि कितने कर्मचारियों को बाहर का रास्ता दिखाया जाएगा। फ्लिपकार्ट ने कहा है कि यह विभिन्न उद्योगों में एक सामान्य प्रक्रिया है। विशेषरूप से उच्च प्रदर्शन वाले इंटरनेट संगठनों में। यह घटनाक्रम ऐसे समय हो रहा है, जबकि बेंगलुरु की कंपनी का मूल्यांकन कम किया गया है। निवेश प्रबंधन कंपनी टी रो प्राइस ने इस महीने कंपनी में अपनी हिस्सेदारी का मूल्यांकन दूसरी बार घटाया है।