नई दिल्ली। सरकार ने आज बताया कि क्षेत्रीय मार्गों पर हवाई संपर्क बढ़ाने की केंद्र की महत्वाकांक्षी योजना उड़ान के तहत जनवरी 2017 से ऐसे हवाई अड्डों पर उड़ानें शुरू की जाएंगी, जहां से विमान सेवाएं नहीं थीं या अल्प सेवाएं थीं
लोकसभा में जयप्रकाश नारायण यादव और भागीरथ प्रसाद के प्रश्न के उत्तर में नागर विमानन मंत्री अशोक गजपति राजू ने कहा कि नागर विमानन मंत्रालय ने देश के अन-सर्व्ड और अंडर-सर्व्ड हवाई अड्डों के लिए संपर्क मुहैया कराने के लिए 21 अक्टूबर 2016 को क्षेत्रीय संपर्क योजना (उड़े देश का आम नागरिक) उड़ान आरंभ की है।
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- उन्होंने कहा कि क्षेत्रीय संपर्क बढ़ाने की यह योजना जनवरी 2017 से वास्तविकता का रूप ले लेगी।
- मंत्री ने कहा कि देश में 17 असेवित हवाई अड्डे और 407 अल्प सेवित हवाई अड्डे हैं।
- राजू ने कहा कि उड़ान का प्रमुख उद्देश्य क्षेत्रीय हवाई संपर्क को किफायती बनाकर इसे सुगम बनाना और प्रोत्साहित करना है।
- ऐसे मार्गों पर एयरलाइन प्रचालनों की लागत एवं संभावित राजस्वों के बीच अंतराल को पूरा करने के लिए वित्तीय सहायता के माध्यम से एयरलाइन प्रचालकों को सहायता प्रदान करके क्षेत्रीय हवाई संपर्क को बढ़ावा देने की संकल्पना की गई है।