नई दिल्ली। वैश्विक रेटिंग एजेंसी फिच ने कहा कि भारत की आर्थिक वृद्धि दर मौजूदा वित्त वर्ष में बढ़कर 7.7 फीसदी रहने की उम्मीद है। इसके साथ ही फिच ने भारत की सरकारी रेटिंग स्थिर रख के साथ बीबीबी मायनस रहने की पुष्टि की है। इसके साथ ही फिच ने कमजोर निजी निवेश तथा मौद्रिक नीति संचरण सहित विभिन्न चिंताएं व्यक्त की है।
एजेंसी ने एक बयान में कहा है, भारत की सरकारी रेटिंग की पुष्टि कमजोर राजकोषीय स्थिति तथा कठिन कारोबार माहौल के बीच मजबूत मध्यावधिक वृद्धि परिदृश्य तथा अनुकूल बाहय संतुलनों के बीच संतुलन साधती है। इसके अनुसार, हालांकि बाद वाले तथ्यों में सरकार के ढांचागत सुधार एजेंडे के निरंतर विस्तार व कार्यान्व्यन के साथ क्रमिक सुधार की उम्मीद है।
फिच ने कहा है कि भारत सबसे ऊंची वास्तविक GDP वृद्धि दर दिखाने वाले कुछ देशों में से एक है। इसके अनुसार इसकी पंचवर्षीय औसत वृद्धि सभी श्रेणीबद्ध सरकारों में 10 सबसे ऊंची वृद्धि में से है। इसके अनुसार एजेंसी का अनुमान है कि वास्तविक जीडीपी वित्त वर्ष 2017 में 7.7 फीसदी तथा वित्त वर्ष 2018 में 7.9 फीसदी रहेगी।
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