नई दिल्ली। नीति आयोग के उपाध्यक्ष राजीव कुमार ने सोमवार को कहा कि वित्त वर्ष 2017-18 के लिए राजकोषीय घाटा तय बजट अनुमान से कुछ अधिक रह सकता है। उन्होंने कहा कि सरकार के विनिवेश और गैर-कर राजस्व संग्रह के मोर्चे पर बेहतर प्रदर्शन की बदौलत राजकोषीय घाटे की काफी कुछ भरपाई हो पाई है। उन्होंने कहा कि 2018-19 में भी राजकोषीय घाटे के मामले में यही स्थिति रह सकती है। सरकार का 2017-18 में राजकोषीय जीडीपी का 3.2 प्रतिशत तथा 2018-19 में 3.0 प्रतिशत रखने का लक्ष्य है।
कुमार ने कहा कि वित्त वर्ष 2017-18 में राजकोषीय घाटा लक्ष्य से थोड़ा अधिक रह सकता है लेकिन यह ज्यादा नहीं होगा। इसका कारण सरकार का विनिवेश और गैर-कर राजस्व संग्रह के मोर्चे पर बेहतर प्रदर्शन है। उन्होंने कहा कि हमारा अनुमान है कि 2018-19 में भी राजकोषीय घाटा लक्ष्य से अधिक रह सकता है। कुमार ने यह भी कहा कि आने वाले समय में कर राजस्व में वृद्धि होगी।
उन्होंने कहा कि तेल कीमतों के मोर्चे पर मुझे डर है कि हमें थोड़ी समस्याओं का सामना करना होगा। वित्त मंत्री अरुण जेटली 1 फरवरी को 2018-19 का बजट पेश करेंगे जिसमें अंतिम रूप से आंकड़ा आएगा।