नई दिल्ली। राजकोषीय घाटा मई में बजट अनुमान के 55.3 प्रतिशत पर पहुंच गया। यह इससे पिछले साल के समान महीने में 68.3 प्रतिशत था। खर्च में कमी की वजह से राजकोषीय घाटा कम रहा है। कुल राजस्व और व्यय का अंतर राजकोषीय घाटा कहलाता है। लेखा महानियंत्रक (CGA) द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार मई में सरकार की प्राप्तियां 1.27 लाख करोड़ रुपए या 2018-19 के लिए बजट अनुमान का सात प्रतिशत रहीं। इसमें 1.02 लाख करोड़ रुपए कर राजस्व, 24,049 करोड़ रुपए गैर-कर राजस्व और 1,004 करोड़ रुपए गैर-ऋण पूंजी प्राप्तियां हैं।
वित्त मंत्रालय ने बयान में कहा कि मई में भारत सरकार ने राज्य सरकारों को 1,11,578 करोड़ रुपए कर के उनके हिस्से के रूप में स्थानांतरित किया। यह इससे पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि से 15,217 करोड़ रुपए अधिक है।
CGA के आंकड़ों के अनुसार, इस दौरान केंद्र का कुल खर्च 4.7 लाख करोड़ रुपए रहा। इसमें 4.09 लाख करोड़ रुपए राजस्व खाते तथा 63,791 करोड़ रुपए पूंजी खाते से हुआ।