नई दिल्ली। योग गुरु बाबा रामदेव की कंपनी पतंजलि के तेजी बढ़ते कारोबार से अब यूनिलीवर को भी चिंता सताने लगी है। देश की सबसे बड़ी एफएमसीजी कंपनी हिंदुस्तान यूनिलीवर (एचयूएल) की पैरेंट कंपनी यूनिलीवर ने पहली बार यह माना है कि रामदेव से उसे टक्कर मिल रही है। यूनिलीवर ने बताया कि वह इससे निपटने के लिए कंपनी ‘नए प्रॉडक्ट्स लॉन्च करेगी। आपकों बात दें कि यह दूसरा मौका है कि जब किसी बड़ी ग्लोबल कंज्यूमर कंपनी ने पतंजलि की बढ़ती ग्रोथ को स्वीकार किया है। इससे पहले कॉलगेट पामोलिव ने मई में कहा था कि भारत में नैचरल कहा जाने वाला सेगमेंट तेजी से बढ़ रहा है और कंपनी को इसमें अपने लिए मौके तलाशने होंगे।
पतंजलि ने बढ़ाई चिंता
यूनिलीवर ने अपने जुलाई सितंबर के नतीजे घोषित होने के बाद इन्वेस्टर्स के साथ एक कॉन्फ्रेंस की । जिसमें कंपनी के हेड (इनवेस्टर रिलेशंस), एंड्रयू स्टीफन ने कहा कि भारत में हर्बल सेगमेंट में कुछ शानदार उदाहरण हैं। उनका कहना था, ‘पतंजलि के बारे में काफी दिलचस्पी के साथ बात की जा रही है’ और हिमालया पर्सनल केयर के नैचरल सेगमेंट में दबदबा रखती है।
10 साल में खड़ी की 5 हजार करोड़ रुपए की कंपनी
- देश के लोगों के बीच सेहत को लेकर बढ़ती जागरूकता और आयुर्वेद के फायदों की जानकारी बढ़ने से मार्केट में हर्बल प्रॉडक्ट्स की डिमांड बढ़ रही है। पतंजलि एक दशक से कम समय में 5,000 करोड़ रुपये की कंपनी बन गई है।
- इस नए कॉम्पिटिशन से निपटने के लिए मल्टीनैशनल कंपनियों ने भी अब आयुर्वेद की ओर ध्यान देना शुरू कर दिया है।
- उदाहरण के लिए, कॉलगेट ने वेदशक्ति टूथपेस्ट लॉन्च की है, जबकि लॉरियल ने गार्नियर अल्ट्रा ब्लेंड्स के तहत नैचरल इंग्रीडिएंट्स के साथ एक हेयर केयर रेंज पेश की है।
यूनिलीवर अब बना रही है नई स्ट्रैटेजी
- एचयूएल ने अपने पर्सनल केयर पोर्टफोलियो में कई नए प्रॉडक्ट लॉन्च किए हैं।
- पिछले फाइनेंशल ईयर में कंपनी के 32,000 करोड़ रुपये के रेवेन्यू में इस सेगमेंट की हिस्सेदारी लगभग आधी थी।
- कंपनी के नेट प्रॉफिट में इसने दो-तिहाई का योगदान दिया था।
स्टीफन ने बताया, ‘हम कई ब्रांड लॉन्च कर रहे हैं। हमने हेयर ऑयल के नैचरल सेगमेंट में मौजूद इंदुलेखा ब्रांड खरीदा है। हमारे पास लंबे समय से आयुष ब्रांड मौजूद है जो नैचरल्स में काफी मजबूत है। फेयर एंड लवली ने भी अब अपने पोर्टफोलियो में आयुर्वेदिक प्रॉडक्ट्स पेश किए हैं।’
इन जगह मिल रही है कड़ी टक्कर
- ग्रामीण इलाकों से मांग कम होने की वजह से एचयूएल की देश में वॉल्यूम ग्रोथ घटी है।
- कंपनी ने सितंबर क्वॉर्टर के रिजल्ट को लेकर एनालिस्ट्स को बताया है कि देश में डिमांड कमजोर बनी हुई है।
- कंपनी का कहना है कि स्किन क्लीनजिंग सेगमेंट में कंपनी को कमोडिटी की कॉस्ट बढ़ने की वजह से दामों में वृद्धि करनी पड़ी थी और इसका असर वॉल्यूम पर पड़ा है।
रामदेव का दावा- इन बड़ी कंपनियों को जल्द पीछे छोड़ देंगे
- बाबा रामदेव ने अप्रैल में दावा किया था कि पतंजलि आयुर्वेद के पास यूनिलीवर, कोलगेट और नेस्ले जैसी दिग्गज एमएनसी कंज्यूमर प्रॉडक्ट कंपनियों को पीछे छोड़ने की क्षमता है।