नई दिल्ली: बिग बुल टेक्नोसॉफ्ट एलएलपी पहला मेक इन इंडिया क्रिप्टो है जिसका मुख्यालय भारत में है। यह दिल्ली में आईसीओ लॉन्च करने वाला पहला भारतीय क्रिप्टो है। मार्केटिंग के दिग्गज एवं अभिनेता सुहेल सेठ ने बिग बुल टोकन के आईसीओ का अनावरण किया। बिगबुल के 11 ट्रेडिंग टूल्स हैं, जिनका लॉन्च आईसीओ के बाद किया जाएगा। क्रिप्टो बीएससी ब्लॉकचेन में है, जो लेनदेन के कम शुल्क के कारण खरीद के लिए किफ़ायती है। वर्तमान में बिग बुल बाइनैंस स्मार्ट चेन के ज़रिए ट्रस्ट वॉलेट से आईसीआई के तहत खरीद के लिए उपलब्ध है।
बिग बुल का लॉन्च रु 1 में किया गया है और आईसीओ के तहत बेचे जाने वाले हर 100000 क्रिप्टो के लिए क्रिप्टो की कीमत रु 0.075 (0.001डॉलर) बढ़ेगी, रु 1 (0.014 डॉलर) में लॉन्च के बाद बिग बुल क्रिप्टो की कीमत में इस बढ़ोतरी का यही अनुमान है। वर्तमान में बिग बुल को कई बड़े एक्सचेंजेज़ पर सूचीबद्ध किया जाएगा, जो अप्रैल 22 में इसके आईसीओ के बाद होगा, जिसके लिए बिगबुल के सीईओ एवं डेवलपर श्री रविन्द्रा पोटदार ने कई योजनाएं बनाई हैं।
इस बारे में बात करते हुए रविन्द्रा पोटदार ने कहा ‘‘पहले भारत में निर्मित क्रिप्टो की शुरूआत को लेकर मैं और मेरी टीम बेहद उत्सुक हैं। हमने क्रिप्टो को खरीद के लिए सस्ती दरों पर उपलब्ध करानेका लक्ष्य रखा है, ताकि कोई भी खरीददार इसे खरीद सके। इसके लेनदेन की रेंज रु 1 से रु 10,00,000 के बीच है। हम रु 1 प्रति टोकन की शुरूआती कीमत पर ससार्वजनिक आईसीओ जारी कर रहे हैं और जलद ही इसे यूजर्स के लिए लाभकारी एवं अनुकूल बनाने के लिए कई और ट्रेडिंग टूल्स भी लेकर आएंगे। बिगबुल ने देश के हर व्यक्ति के साथ जुड़ने और हर घर तक क्रिप्टो को पहुंचाने का लक्ष्य तय किया है, बिग बुल खरीदना इतना आसान होगा कि रोज़मर्रा में काम करने वाला व्यक्ति भी इसे आसानी से खरीद सकेगा।''