दुबई। भारत में मंगलूर स्थित कच्चे तेल के रणनीतिक पेट्रोलियम भंडार के लिए 20 लाख बैरल कच्चे तेल की पहली खेप संयुक्त अरब अमीरात से रवाना हो गई है। कच्चे तेल के इस भंडार से भारत को आपूर्ति में होने वाली बाधाओं से निपटने में मदद मिलेगी। पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने यह जानकारी दी है। कच्चे तेल की यह खेप अबू धाबी नेशनल ऑयल कंपनी (ADNOC) तथा इंडियन स्ट्रेटेजिक पेट्रोलियम रिजर्व लिमिटेड (ISPRL) के बीच समझौते के तहत पहली है। आईएसपीआरएल भारत सरकार के स्वामित्व वाली कंपनी है जो रणनीतिक जरूरतों के लिए कच्चे तेल का भंडारण करेगी।
दुबई में कल लगभग 20 लाख बैरल कच्चे तेल का भरान रणनीतिक तेल भंडारण के लिए करते समय पेट्रोलियम मंत्री धर्मेंद्र प्रधान के साथ साथ यूएई के मंत्री व एडीएनओसी समूह के सीईओ सुल्तान अहमद अल जबर भी मौजूद थे।
इस अवसर पर प्रधान ने कहा कि भारत के रणनीतिक तेल भंडार कार्यक्रम में निवेश करने वाला यूएई पहला देश है। इस महत्वपूर्ण भागीदारी से भारत व यूएई के बीच पहले से ही मौजूद ऊर्जा सहयोग को और बल मिलेगा
उल्लेखनीय है कि ओएनजीसी विदेश व इसकी भागीदार कंपनियों ने फरवरी में अबू धाबी के जाकुम तेल क्षेत्र में 10% हिस्सेदारी का अधिग्रहण किया था। भारत कच्चे तेल की 82% जरूरत को आयात के जरिए पूरा करता है जिसमें से आठ प्रतिशत UAE से आता है।