नई दिल्ली। विदेशी निवेश संवर्धन बोर्ड (FIPB) ने 290 करोड़ रुपए के निवेश वाले सात एफडीआई प्रस्तावों को मंजूरी दे दी जबकि उसने आइडिया की पूर्ण स्वामित्व वाली इकाई सहित सात अन्य आवेदनों पर फैसला आगे के लिए टाल दिया है। सरकार ने तिकोना डिजिटल नेटवक्र्स के 267 करोड़ रुपए के विदेशी इक्विटी भागीदारी बढ़ाकर 76.73 फीसदी करने के प्रस्ताव को सरकार ने मंजूरी दे दी है।
वित्त मंत्रालय के वक्तव्य के अनुसार आर्थिक मामलों के सचिव शक्तिकांत दास की अध्यक्षता वाली एफआईपीबी ने आइडिया सेल्युलर इन्फ्रास्ट्रक्चर सर्विस लिमिटेड (आईसीआईएसएल) में विदेशी निवेश को बढ़ाकर 67.5 फीसदी करने के आवेदन पर फैसला आगे के लिए टाल दिया है। आईसीआईएसएल आइडिया की पूर्ण स्वामित्व वाली इकाई है। यह 50 फीसदी से अधिक विदेशी निवेश के साथ विदेशी स्वामित्व वाली कंपनी बन गई है।
मोर्गन स्टेनले इंडिया प्राइमरी डीलर प्रा. लि. के इक्विटी हिस्सेदारी को 75 फीसदी से बढ़ाकर 100 प्रतिशत करने के प्रस्ताव को भी आगे के लिए टाल दिया गया। जिन कंपनियों के निवेश प्रस्तावों को मंजूरी दी गई है उनमें आईएमसीडी इंडिया, समारा कैपिटल पार्टनर्स फंड-दो लिमिटेड, रैकिट बैंकाईसर (इंडिया) लि., हेमार्किट एसएसी पब्लिशिंग (इंडिया) और फिनकेयर बिजनेस सर्विसेज प्रमुख हैं। एफआईपीबी ने इसके अलावा पांच निवेश प्रस्तावों को खारिज भी कर दिया।