नई दिल्ली। आम बजट पेश किए जाने में महीने भर से भी कम समय बचा है और वित्त मंत्रालय ने सोशल मीडिया वेबसाइट ट्वीटर का इस्तेमाल करने वालों से उनके सुझाव मांगे हैं। इसमें पूछा गया है कि आगामी बजट किस पर केंद्रित रहना चाहिए।
- सरकार 2017-18 का आम बजट एक फरवरी को पेश करेगी। ट्वीटर का इस्तेमाल करने वाले वित्त मंत्रालय के आधिकारिक हैंडल पर इस बारे में वोटिंग का विकल्प भी चुन सकते हैं।
- वित्त मंत्रालय ने पूछा है, बजट 2017-18 में किस क्षेत्र बुनियादी ढांचा, विनिर्माण, कृषि, आईटी व सेवा पर ध्यान केंद्रित किए जाने की जरूरत है, कृपया सुझाव दें।
- इसके लिए वोटिंग का विकल्प सप्ताह भर खुला रहेगा लेकिन शुरुआती रुझान के अनुसार लोग कृषि पर ज्यादा जोर देने का सुझाव दे रहे हैं।
2017-18 के लिए राजकोषीय घाटे का लक्ष्य 3.5 प्रतिशत रख सकते हैं वित्त मंत्री
बैंक ऑफ अमेरिका-मेरिल लिंच (बोफा-एमएल) का अनुमान है कि भारत में वृद्धि को समर्थन देने के लिए वित्त वर्ष 2017-18 में राज कोषीय घाटे के लक्ष्य में ढील दी जा सकती है और अगले बजट में इसे सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) के 3.5 प्रतिशत तक रखने का प्रस्ताव किया जा सकता है।
- पहले की योजना के अनुसार इसे 2017-18 में तीन प्रतिशत तक सीमित रखने की योजना थी।
- बोफा-एमएल के अनुसार वित्त वर्ष 2017-18 के लिए राजकोषीय घाटा लक्ष्य मौजूदा वित्त वर्ष के स्तर पर ही रह सकता है।
- वित्त मंत्री अरुण जेटली अपने बजट भाषण में राजकोषीय घाटे के लक्ष्य को 2017-18 के लिए जीडीपी के साढ़े तीन प्रतिशत तक रख सकते हैं, जो मौजूदा वित्त वर्ष के लक्ष्य के बराबर ही है।
- पहले इसे तीन प्रतिशत किए जाने का तय किया गया था।