नयी दिल्ली। वित्त मंत्रालय ने मौजूदा सरकार के आखिरी अंतरिम बजट यानि लेखानुदान की तैयारियां शुरू कर दी हैं। वित्त मंत्री अरुण जेटली के बजट भाषण के लिये विभिन्न केंद्रीय मंत्रालयों से सुझाव मांगे हैं। यह 2019 में होने वाले आम चुनावों से पहले भाजपा-नीत राजग सरकार का अंतिम बजट होगा।
मंत्रालय ने मंत्रालयों तथा विभागों को भेजे पत्र में कहा है, ‘‘कृपया 30 नवंबर 2018 तक अपने विभाग से संबंधित जरूरी सूचना या सुझाव उपलब्ध कराये।’’ वित्त मंत्रालय ने मंत्रालयों से अपने-अपने विभागों से संबंधित सामग्री भेजने को कहा है जिसे वित्त मंत्रालय के 2019-20 के बजट भाषण में शामिल किया जा सकता है। पिछले महीने वित्त मंत्रालय ने 2019-20 के लिये बजटीय प्रक्रिया शुरू की। इसके तहत चालू वित्त वर्ष के लिये संशोधित व्यय को अंतिम रूप देने तथा अगले वित्त वर्ष के लिये व्यय अनुमान को लेकर इस्पात, बिजली और आवास एवं शहरी विकास मंत्रालयों के साथ बैठकें हुई।
आगामी आम चुनाव को देखते हुए सरकार अंतरिम बजट ला सकती है। इसे लेखानुदान भी कहा जाता है। केंद्रीय बजट एक फरवरी को पेश किया जाएगा। जेटली लगातार अपना छठा बजट पेश करेंगे। निर्धारित व्यवस्था के तहत चुनाव वर्ष में लेखानुदान पेश किया जाता है और नई सरकार पूर्ण बजट पेश करती है।