नई दिल्ली। वित्त मंत्रालय ने राज्यों और संघ शासित प्रदेशों से अनुरोध किया है कि वे हाल के दिनों में देश के कुछ हिस्सों में बैंक कर्मियों पर हमले की घटनाओं के बाद बैंक अधिकारियों की सुरक्षा सुनिश्चित करें और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करें। सूत्रों ने कहा कि वित्तीय सेवा विभाग ने राज्यों और संघ शासित प्रदेशों के मुख्य सचिवों को लिखे पत्र में कहा है कि असामाजिक तत्वों द्वारा बैंककर्मियों के साथ किये जाने वाले बुरे व्यवहार का जवाब उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई करके दिया जाना चाहिये। पिछले महीने, केनरा बैंक (तत्कालीन सिंडिकेट बैंक) में एक महिला बैंक कर्मचारी पर सूरत के सरोली शाखा में एक पुलिस कांस्टेबल ने हमला किया था। घटना के बाद, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने आश्वासन दिया था कि सभी बैंककर्मियों की सुरक्षा महत्वपूर्ण है।
सूरत हमले के बाद महाराष्ट्र में बैंक ऑफ इंडिया के कर्मचारियों पर हमले सहित कुछ अन्य घटनाएं हुईं। हालिया, खबरों का हवाला देते हुए पत्र में कहा गया है कि इनमें (खबरों में) असामाजिक तत्वों के बैंक परिसरों के भीतर गैरकानूनी तरीके से व्यवहार करने के मामलों को उजागर किया गया है। पत्र में कहा गया है, ‘‘आप इस बात से सहमत होंगे कि इस तरह की घटनाओं का लगातार जवाब देने की जरूरत है। ऐसे तत्वों के खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई की जानी चाहिये, ताकि बैंक कर्मियों की सुरक्षा और लोगों के लिये बैंकिंग सेवाओं की उपलब्धता सुनिश्चित हो।’’
पत्र के बारे में अखिल भारतीय बैंक कर्मचारी संघ के महासचिव सी एच वेंकटचलम ने कहा कि आखिरकार मामला सरकार के संज्ञान में आया। उन्होंने कहा कि इस कठिन समय में बैंकिंग सेवाएं बेहद महत्वपूर्ण हैं और ऐसे हमले करने वाले उपद्रवियों से दृढ़ता के साथ निपटने की जरूरत है। सूरत की घटना के बाद वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने सभी बैंक कर्मचारियों की सुरक्षा का भरोसा दिलाया था। उन्होंने कहा, ‘‘चुनौतियों के बीच, बैंक हमारे लोगों को सभी सेवाएं मुहैया करा रहे हैं। उनकी सुरक्षा और सम्मान को किसी तरह का खतरा नहीं होना चाहिए।