नई दिल्ली। नोटबंदी के चलते देश की अर्थव्यवस्था की रफ्तार कम होने के अनुमानों के बीच वित्त मंत्री अरुण जेटली ने शुक्रवार को कहा कि इस साल भी देश की अर्थव्यवस्था में तेज ग्रोथ रहेगी। उन्होंने कहा कि देश ने डिमॉनेटाइजेशन का स्वागत किया है। हालांकि यह अनुमान लगाना मुश्किल है कि मौजूदा तिमाही में नोटबंदी के चलते इकॉनमी पर क्या असर पड़ेगा।
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सिकुड़ जाएगी पेपर करेंसी
- वित्त मंत्री ने कहा, नोटबंदी के फैसले से लॉन्ग टर्म में इकॉनोमी पर कोई असर नहीं पड़ेगा। देश में कारोबार का दायरा बढ़ेगा, लेकिन पेपर कंरसी सिकुड़ जाएगी।
रबी की बुआई का रकबा बढ़ा
- नोटबंदी के चलते किसानों को होने वाली समस्याओं के सवाल पर उन्होंने कहा कि इस साल रबी का बुआई पिछले साल के मुताबिक अधिक हुई है।
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ऑटो सेल्स भी रही बेहतर
- इसके अलावा ऑटो सेल्स में भी मिले-जुले ट्रेंड हैं। उन्होंने कहा कि इस साल भी भारत पिछली बार की तरह ही दुनिया में सबसे तेजी से ग्रोथ करने वाली मुख्य अर्थव्यवस्थाओं में से एक होगा।
लॉन्ग टर्म में मिलेगा बड़ा फायदा
- जेटली ने कहा कि मौजूदा वक्त में स्विचओवर के चलते कुछ समस्याएं हो सकती हैं, लेकिन लॉन्ग टर्म में इसके बड़े फायदे होंगे।
नोटबंदी और GST है गेमचेंजर
- वित्त मंत्री ने कहा कि मोदी सरकार की ओर से लागू किए जाने वाले जीएसटी और नोटबंदी के फैसले गेमचेंजर साबित होंगे।
- उन्होंने कहा कि निवेशक तब चिंतित होंगे, जब सरकार सुधारों को लेकर गलत दिशा में बढ़ रही हो।
- जीएसटी को समय पर लागू करने का वादा दोहराते हुए जेटली ने कहा कि 16 सितंबर को संविधान संशोधन विधेयक पारित होने के बाद इसे सितंबर, 2017 में लागू किया जाना जरूरी है। इसे अब हम और नहीं टाल सकते।