वाराणसी (उत्तर प्रदेश)। जहां एक ओर मंदी की आहट से पहले अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने बड़े कदम उठाने शुरू कर दिए हैं वहीं केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने भी अर्थव्यवस्था की सुस्ती दूर करने के लिए ठोस रणनीति पर काम करने के संकेत दिए हैं। मंगलवार को यहां वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि इस समय दुनिया भर में नरमी के हालात हैं। भारत में सुस्ती बाहरी प्रभाव से है या आंतरिक इसको समझना होगा। सरकार इस स्थिति से निपटने के लिए तमाम प्रयास कर रही है।
दुनिया भर में हैं मंदी के हालात
सीतारमण ने कहा कि भारत आज भी दुनिया कि सबसे तेजी से बढ़ने वाले अर्थव्यवस्था वाला देश बना हुआ है। वित्त मंत्री पूर्वांचल के व्यापारियों, उधमियों और कर अधिकारियों के साथ चर्चा करने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी पहुंची थीं। वित्त मंत्री ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि आर्थिक सुस्ती की चर्चा के बीच सरकार तमाम समस्याओं को दूर करने का प्रयास कर रही है। इस समय दुनिया भर में आर्थिक मंदी के हालात बन रहे हैं। भारत में आर्थिक सुस्ती बाहरी प्रभाव से है या आंतरिक इसको समझना होगा।
एक दिन पेट्रोल-डीजल भी होंगे जीएसटी में
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि पेट्रोलियम पदार्थों को भी जीएसटी के अंतर्गत आना ही है। सरकार बजट के जरिये सभी क्षेत्रों को अपना सहयोग दे रही है। सरकार किसानों को अपने बजट के माध्यम से सबसे ज्यादा सहयोग दे रही है, क्योंकि भारत आज भी कृषि प्रधान देश है। सोने के बढ़ते दामों पर कहा कि सोने का देश में उत्पादन नहीं होता, सोना आयात किया जाता है। इस लिए इसके दाम बाहर तय होते हैं। सरकार स्थिति पर नजर रखे हुये है।