नई दिल्ली। साल 2018 में अब तक विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) ने भारतीय इक्विटी बाजार में केवल 1.5 करोड़ डॉलर का निवेश किया है। एक रिपोर्ट में इस बात का खुलासा किया गया है। रिपोर्ट के अनुसार दूसरी तरफ घरेलू संस्थागत निवेशकों (डीआईआई) ने इस अविध में अधिक आक्रामक रुख अपनाते हुए 7.9 अरब डॉलर मूल्य की आस्तियां खरीदी हैं।
मॉर्निंगस्टार इन्वेस्टमेंट एडवाइजर द्वारा जारी इस रिपोट में कहा गया है कि पिछले साल की समान अवधि की तुलना में 2018 के पहले छह माह में एफआईआई निवेश लगभग नगण्य रहा है। साल 2017 में एफआईआई ने पहले छह महीने में आठ अरब डॉलर मूल्य की आस्तियों में शुद्ध निवेश किया था। इस साल 12 जून 2018 तक यह आंकड़ा सिर्फ 1.5 करोड़ डॉलर का रह गया है।
रिपोर्ट के अनुसार एफआईआई निवेश प्रवाह के हिसाब से यह अनुकूल आंकड़ा नहीं है। मॉर्निंगस्टार में वरिष्ठ विश्लेषक हिमांशु श्रीवास्तव का कहना है कि ऐसे समय में जब एफआईआई ने बिक्री पर जोर दिया, डीआईआई ने भारतीय इक्विटी बाजारों में निवेश करते हुए इसे स्थिर बनाया है। रिपोर्ट के अनुसार इस साल अब तक डीआईआई ने 7.9 अरब डॉलर मूल्य की शुद्ध आस्तियां खरीदी हैं।