नई दिल्ली। सरकारी गोल्ड बांड की पांचवीं किस्त की बिक्री एक सितंबर से नौ दिन के लिए खुलेगी। गोल्ड बांड की बिक्री से सरकार निवेशकों को सोने की भौतिक खरीदारी से दूर रखना चाहती है। वित्त मंत्रालय की यहां जारी विज्ञप्ति के अनुसार, बांड के लिए आवेदन एक सितंबर 2016 से 9 सितंबर 2016 के बीच स्वीकार किए जाएंगे। बांड 23 सितंबर 2016 को जारी किए जाएंगे।
सरकारी गोल्ड बांड की बिक्री बैंकों, स्टॉक होल्डिंग कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड (एसएचसीआईएल), प्राधिकृत डाक घरों और मान्यता प्राप्त शेयर बाजारों -एनएसई और बीएसई- से की जाएगी। सरकार द्वारा दी जाने वाली यह प्रतिभूति सोने के ग्राम में होगी। इस प्रकार गोल्ड बांड सोने को भौतिक रूप में रखने के बजाये उसका एक विकल्प उपलब्ध कराता है। सरकार ने यह योजना पिछले साल 30 अक्टूबर को घोषित की थी।
गोल्ड बांड योजना को आकर्षक बनाने के लिए सरकार ने पांचवीं किस्त में कुछ नए उपाय किए हैं। इसमें बांड में निवेश की न्यूनतम सीमा को दो ग्राम से घटाकर एक ग्राम कर दिया गया है। किसी भी इकाई अथवा व्यक्ति द्वारा किसी एक साल (अप्रैल-मार्च) में गोल्ड बांड में अधिकतम निवेश 500 ग्राम से अधिक नहीं होगा। निवेशक को उसके शुरुआती निवेश पर 2.75 फीसदी सालाना ब्याज दिया जाएगा। ब्याज का भुगतान प्रत्येक छमाही किया जाएगा। गोल्ड बांड पर मिलने वाला ब्याज तो टैक्स योग्य होगा लेकिन बांड की परिपक्वता पर होने वाला पूंजीगत लाभ पर टैक्स से छूट होगी।